उदंती-सीतानदी टायगर रिजर्व

उदंती-सीतानदी बाघ संरक्षित क्षेत्र छत्तीसगढ़ में बाघों के लिए संरक्षित आवास क्षेत्र है। इसकी स्थापना वर्ष 2008-09 में हुई है। यह 1842.54 वर्ग कि.मी. वन क्षेत्र में फैला हुआ है।

उदंती-सीतानदी बाघ संरक्षित क्षेत्र
आईयूसीएन श्रेणी द्वितीय (II) (राष्ट्रीय उद्यान)
अवस्थितिछत्तीसगढ़ , भारत
निकटतम शहरRaipur
क्षेत्रफल1,842.54 वर्ग किलोमीटर (1.98329×1010 वर्ग फुट)
स्थापित२००९

इस अभ्यारण क्षेत्र के गठन की स्वीकृति भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा बाघों के आवास हेतु अनुकूल परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए अपने पत्र क्रमांक 3-1/2003 पी.टी. दिनांक 05.08.2006 द्वारा दी गई। [1] इसके बाद २० फरवरी २००९ को छत्तीसगढ़ की सरकार ने इसका गठन किया। उदंती-सीतानदी टाइगर रिज़र्व का नाम उदंती अभ्यारण एवं सीतानदी अभ्यारण में प्रवाहित होने वाली नदी उदंती एवं सीतानदी के नाम पर रखा गया है |

यह अभ्यारण कुल 1842.54 वर्ग कि.मी. वन क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें ८५१.०९ वर्ग कि.मी. मुख्य क्षेत्र तथा 991.45 वर्ग कि.मी सहायक क्षेत्र हैं। उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व में मुख्यत: साल,मिश्रित वन एवं पहाड़ी क्षेत्रों पर बांस वन है | इसके अलावा कुछ क्षेत्रों पर सागौन के प्राकृतिक वन हैं,जिसमें मुख्यत: बीजा, शीशम, तिन्सा, साज, खम्हार, हल्दू, मुड़ी, कुल्लू, कर्रा, सेन्हा, अमलतास इत्यादि प्रजाति पाई जाति हैं | टाइगर रिज़र्व में विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे प्रचुर मात्रा में है और टाइगर रिज़र्व का क्षेत्र जैव विविधता से परिपूर्ण है |