उदारवाद (अंतर्राष्ट्रीय संबंध)

उदारवाद या उदारतावाद (liberalism) अंतर्राष्ट्रीय संबंध के सिद्धांत के अंतर्गत एक विचारधारा है जो तीन परस्पर संबंधित सिद्धांतों के इर्द-गिर्द घूमती है-

यह विचारधारा निम्नलिखित तीन बातों या सिद्धान्तों पर जोर देती है जो राज्यों के बीच अधिक सहयोग और कम संघर्ष को प्रोत्साहित करते हैं:

  • संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं- जो अहिंसक तरीके से विवादों को सुलझाने के लिए एक मंच प्रदान करती हैं
  • अंतर्राष्ट्रीय व्यापार - क्योंकि जब देशों की अर्थव्यवस्थाएं व्यापार के माध्यम से आपस में जुड़ी होती हैं, तो उनके बीच युद्ध होने की संभावना कम होती है
  • लोकतंत्र का प्रसार - क्योंकि यह माना जाता है कि सुस्थापित लोकतांत्रिक देश एक दूसरे के साथ युद्ध नहीं करते, इसलिए यदि अधिक लोकतंत्र होंगे तो अंतरराज्यीय युद्ध कम होंगे।

उदारवादियों का मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएँ अन्योन्याश्रितता के माध्यम से राज्यों के बीच सहयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। [2] अन्योन्याश्रितता के तीन मुख्य घटक हैं, (१) राज्य आर्थिक, वित्तीय और सांस्कृतिक माध्यमों से विभिन्न तरीकों से परस्पर क्रिया करते हैं; (२) एक राज्य से दूसरे राज्य के बीच अंतःक्रियाओं में सुरक्षा प्राथमिक लक्ष्य नहीं होती; और (३) आमतौर पर सैन्य बलों का उपयोग नहीं किया जाता है। [2] उदारवादी यह भी तर्क देते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति राज्यों को एक-दूसरे के साथ ईमानदारी से बातचीत करने और समस्याओं के अहिंसक समाधान का समर्थन करने का एक बहुत प्रभावी तरीका हो सकता है। [3] उदारवादियों का मानना है कि उचित संस्थानों और कूटनीति के साथ राज्य समृद्धि को अधिकतम बनाने और संघर्ष को कम करने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं। [4]

उदारवाद अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के सिद्धांत के मुख्य विचारधाराओं में से एक है। इसकी जड़ें व्यापक उदारवादी विचार में निहित हैं जो ज्ञानोदय काल में उत्पन्न हुईं थीं। यह जिन मुख्य मुद्दों पर ध्यान देने का प्रयास करता है, वे हैं अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में स्थायी शांति और सहयोग प्राप्त करने की समस्याएं, तथा वे विभिन्न तरीके जो उनकी प्राप्ति में योगदान दे सकते हैं।

उदारवाद के समर्थक प्रायः सहयोग के माध्यम से लोकतंत्र के प्रसार में विश्वास करते हैं।

  1. Shiraev, Eric B. (2014). International Relations. New York: Oxford University Presses. पृ॰ 78.
  2. (Shiraev and Zubok 2014, 86)
  3. (Shiraev and Zubok 2014, 90)
  4. Shiraev, Eric B., and Vladislav M. Zubok. 2014. International Relations. New York, NY:Oxford University Press.