उपाध्याय परमेष्ठि

उपाध्याय परमेष्ठि के साधु परमेष्ठि के समान ही 28 मूलगुण होते हैं लेकिन इनके 25 मूलगुण अलग से भी होते हैं यह दिक्षादि कार्यों को करने वाले आचार्य परमेष्ठि के संघ में ही रहते हैं यह 11अंग और 14 पूर्व के शास्त्रों के विशेष ज्ञान के धारण करने वाले होते हैं इसलिए इनके 25 मूलगुण अलग से कहे गए हैं यह स्वयं के ज्ञान ध्यान तप त्याग के साथ अन्य साधुओं को भी अध्ययन अध्यापन कार्य करते हैं