उपासनी महराज
भारतीय आध्यात्मिक गुरु (1870-1941)
उपासनी महराज का जन्म का नाम काशीनाथ गोविंदराव उपासनी था (मई 15, 1870 – दिसंबर 24, 1941)। उनके शिष्य उन्हें सिद्ध पुरुष मानते थे। शिरड़ी के साईं बाबा से उन्होंने दीक्षा ली थी। महाराष्ट्र के सकोरी में उनका निवास था।[1][2]
व्यक्तिगत जानकारी | |
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जन्म | May 15, 1870 सटाणा, महाराष्ट्र |
मृत्यु | 24 दिसम्बर 1941 अहमदनगर, भारत | (उम्र 71 वर्ष)
वृत्तिक जानकारी | |
क्षेत्र | भारत |
प्रभाव
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प्रभावित
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सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Purdom, C. B., The God-Man: The life, journeys and work of Meher Baba with an interpretation of his silence and spiritual teaching, Crescent Beach, South Carolina: Sheriar Press, 1971, p. 23 (originally published in London by Allen & Unwin Ltd, 1964). The first biography of Upasni was Narasimha's Sage of Sakori (Madras, 1935; 2nd ed. 1938).
- ↑ According to online tourist sites, Sakori is about 5 kilometers from Shirdi. [1] Archived 2016-11-28 at the वेबैक मशीन[2] Archived 2016-10-10 at the वेबैक मशीन [3] Archived 2018-06-27 at the वेबैक मशीन
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