उय्यालवाड नरसिंह रेड्डि
उय्यालवाड नरसिंह रेड्डि (24 नवंबर 1806 - 22 फरवरी 1847) एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे ।
उय्यालवाड नरसिंह रेड्डि | |
---|---|
जन्म |
24 नवम्बर 1806 Rupanagudi village, Uyyalawada Mandal, Kurnool District, Andhra Pradesh |
मौत |
22 फ़रवरी 1847 Koilkuntla, Kurnool district, Andhra Pradesh |
मौत की वजह | Executed |
नरसिंह और उनके कमांडर-इन-चीफ वड्डे ओबन्ना 1847 में कुरनूल जिले में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह के केन्द्र में थे। इस विद्रोह में ५ हजार किसान ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ उठ खड़े हुए थे। वे पारम्परिक कृषि व्यवस्था में अंग्रेजों द्वारा लाए गए परिवर्तनों का विरोध कर रहे थे जिनमें रैयतवाड़ी प्रणाली चालू करना भी था।
विद्रोह के दौरान नरसिंह रेड्डि ने ईस्ट इण्डिया कम्पनी के ३ हजार से अधिक सैनिकों को मार डाला था। [1]
नरसिम्हा रेड्डी का जन्म आन्ध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के उयालवाड़ा मंडल के रूपनगुडी गाँव में हुआ था। [2] [3] उनके पिता का नाम मल्लरेड्डी तथा माता का नाम सीताम्मा था।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Reddy, K. Venugopal (2010). "Dominance and Resistance: A Study of Narasimha Reddy's Revolt in Andhra against the injustice and towards India's freedom movement (1846–47) he was hanged". Social Scientist. 38: 23–36. JSTOR 25621954.
- ↑ Reddy, Ranga (2003). The State of Rayalaseema. Mittal Publications. पपृ॰ 334–335.
- ↑ Reddy, Sudheer (2021). The Thought, A Journey of Seven Generations. Kasturi Vijayam. पृ॰ 40.