उष्मागतिक साम्य उष्मागतिकी का एक अभिगृहीत है। यह एक उष्मागतिक निकाय की आन्तरिक अवस्था अथवा विभिन्न उष्मागतिक निकायों को निरूपित करता है जो एक दूसरे से ऊष्मा की चालक अथवा कुचालक माध्यम से जुड़े होते हैं। उष्मागतिक साम्य उस अवस्था को कहते हैं जब किसी निकाय की आन्तरिक अवस्था अथवा निकायों में सुक्ष्म स्तर पर ऊर्जा अथवा पदार्थ प्रवाह नहीं होता है।

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