उसामा बिन ज़ैद
प्रारंभिक मुस्लिम और इस्लामी पैगंबर मुहम्मद के साथी अर्थात सहाबा
उसामा बिन ज़ैद(अंग्रेज़ी:Usama ibn Zayd) प्रारंभिक मुस्लिम और इस्लामी पैगंबर मुहम्मद के साथी अर्थात् सहाबा थे। मुहम्मद के मुक्त दास (ग़ुलाम) और दत्तक पुत्र ज़ैद बिन हारिसा और मुहम्मद की खादिमा नौकर उम्म ऐमन के पुत्र थे। मुहम्मद ने उसामा इब्न ज़ायद को एक अभियान दल के कमांडर के रूप में नियुक्त किया था। उस समय 20 वर्ष का था, एक सेना का नेतृत्व करने के लिए बहुत छोटा था। मुताह की लड़ाई जिसमें उसामा के पिता ज़ैद मारे गए थे। इस अभियान को उसामा बिन जायद के अभियान के रूप में जाना जाता था। उसामा का अभियान सफल रहा और उनकी सेना बाइज़ेंटाइन साम्राज्य पर सफलतापूर्वक आक्रमण करने और छापा मारने वाली पहली मुस्लिम सेना थी, इस प्रकार लेवांत की बाद की मुस्लिम विजय और मिस्र की मुस्लिम विजय का मार्ग प्रशस्त हुआ।[3]
उसामा बिन ज़ैद أُسَامَة ٱبْن زَيْد | |
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जन्म |
ल. 612[1] Mecca, Hejaz, Arabia |
मौत |
ल. 680 (aged 68)[2] Medina, Umayyad Caliphate |
प्रसिद्धि का कारण | companion of Muhammad |
धर्म | इस्लाम |
माता-पिता |
Zayd ibn Harithah (father) Umm Ayman (mother) |
संबंधी |
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इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Muhammad al-Jarir al-Tabari, Al-Tarikh al-Rusul wa'l-Muluk. Translated by Ella Landau-Tasseron (1998). Volume 39: Biographies of the Companions and Their Successors (Albany: State University of New York Press), 65. "Usama was twenty years old when the Prophet died."
- ↑ Muhammad al-Jarir al-Tabari, Al-Tarikh al-Rusul wa'l-Muluk. Translated by Ella Landau-Tasseron (1998). Volume 39: Biographies of the Companions and Their Successors (Albany: State University of New York Press), 65.
- ↑ Tabari, Al (25 Sep 1990), The last years of the Prophet (translated by Isma'il Qurban Husayn), State University of New York Press, पपृ॰ 163–164, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0887066917 online Archived 8 नवम्बर 2012 at the वेबैक मशीन