ज्यामिति में ऊनविम पृष्ठ, ऊनविम समतल (अधिसमतल) की अवधारणा का व्यापकीकरण है। माना एक आच्छदक बहुमुख M , n-विमिय है तब M का कोई भी n-1 विमिय उपबहुमुख एक ऊनविम समतल है। समान रूप से ऊनविम समतल की न्यूनता एक है। उदाहरण के लिए Rn + 1 में n-विमिय गोले को ऊनविम गोलक (अधिगोलक) कहा जाता है।

ये भी देखें

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  • हेज़विंक्ल, मिच्येल, संपा॰ (2001), "हायपरसर्फेस (ऊनविम पृष्‍ठ)", एन्साइक्लोपीडिया ऑफ़ मैथमैटिक्स, स्प्रिंगर, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-55608-010-4
  • शोशिचि कोबयशी और कत्सुमी नोमिज़ु (1969), अवकल ज्यामिति का मूलाधार भाग II, विली इंटरसाइंस
  • पी॰ ए॰ Simionescu & डी॰ बियल (2004) Visualization of hypersurfaces and multivariable (objective) functions by partial globalization, The Visual Computer 20(10):665–81.