देवनागरी लिपि का तेरवा वर्ण है। यह एक स्वर भी है। इसका उच्चारण हिंदी में /ɻɪ/ की तरह कीया । संस्कृत वर्णमाला में "ऋ" एक स्वर वर्ण है, जिसे "ऋ" कहा जाता है। इसका उच्चारण करते समय जीभ को आगे की ओर उच्चारित किया जाता है और इसका ध्वनि सुना जाता है, "ऋ" वर्ण का प्रयोग संस्कृत भाषा के लेखन में और मन्त्रों में होता है, और यह धार्मिक और आध्यात्मिक पाठों में भी प्रयुक्त होता है।