दक्षिण भारत के एक प्राचीन ऋषि का नाम अगस्त्य ऋषि था। उनके बारे में एक मिथिहासिक कहानी है कि एक टिटहरी की आर्त प्रार्थना पर उन्होने समुद्र को ही पी लिया था। यह ऋषि वशिष्ठ के अग्रज थे। इन्होंने राम को एक तरकश दिया था।