एंटन (अँग्रेजी: Anton) डी॰ ई॰ शॉ रिसर्च के द्वारा न्यूयॉर्क में बनाया गया एक सुपर कंप्यूटर है। यह प्रोटीन और अन्य जैविक अणुओं के अनुकरण की आणविक गतिशीलता के लिए एक विशेष उद्देश्य प्रणाली है। एंटन मशीन पर्याप्त संख्या में उपयोग-विशिष्ट एकीकृत सर्किटों से युक्त होती हे, जोकि एक विशेष उच्च गति तथा त्रि आयामी टोरस्र्स नेटवर्क से जुड़े होते हैं। रिकेन द्वारा विकसित माइडग्रेप-3 के विपरीत एंटन विशेषीकृत एसिक्स पर पूरी तरह से अपनी संगणना चलाता है। प्रत्येक एंटन दो संगणनात्मक उपप्रणालियों से युक्त होता है। अधिकांश स्थिरविद्युत और वान-डर-वाल्स बल की गणना उच्च प्रवाह क्षमता वाली अंतःक्रिया उपप्रणाली (HTIS) द्वारा किया जाता है तथा शेष गणना जोकि बंधन बलों तथा फास्ट फूरियर रूपांतरण (लंबी दूरी स्थिरविद्युत के लिए इस्तेमाल) युक्त होती है, लचीली उपप्रणाली से होती है। एंटन सुपरकंप्यूटर का नामकरण एंटन वैन लिउवेनहोएक के नाम पर किया गया क्योकि उन्होंने उच्च परिशुद्धता वाला ऑप्टिकल उपकरण बनाया जिससे पहली बार विस्तृत विविधता के उत्तक तथा कोशिकाओं को देखा।[1]

  1. David E. Shaw, Martin M. Deneroff, Ron O. Dror, Jeffrey S. Kuskin, Richard H. Larson, John K. Salmon, Cliff Young, Brannon Batson, Kevin J. Bowers, Jack C. Chao, Michael P. Eastwood, Joseph Gagliardo, J.P. Grossman, C. Richard Ho, Douglas J. Ierardi, István Kolossváry, John L. Klepeis, Timothy Layman, Christine McLeavey, Mark A. Moraes, Rolf Mueller, Edward C. Priest, Yibing Shan, Jochen Spengler, Michael Theobald, Brian Towles, and Stanley C. Wang (July 2008). "Anton, A Special-Purpose Machine for Molecular Dynamics Simulation" (PDF). Communications of the ACM. Association for Computing Machinery. 51 (7): 91–97. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-59593-706-3. डीओआइ:10.1145/1364782.1364802.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)[मृत कड़ियाँ] (Related paper published in Proceedings of the 34th Annual International Symposium on Computer Architecture (ISCA '07), San Diego, California, June 9–13, 2007).