एक बार कहो (1980 फ़िल्म)
एक बार कहो (अंग्रेजी: Say once) 1980 में राजश्री प्रोडक्षंस के लिए ताराचंद बडजात्या निर्मित, लेख टंडन निर्देशित हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। रूमानी एवं पारिवारिक कथा आधारित इस फ़िल्म के नवीन निश्चल व शबाना आज़मी प्रमुख कलाकार तथा सहायक कलाकार किरण वैराले, मदन पुरी, राजेंद्रनाथ, जगदीप, अनिल कपूर, दिलीप धवन, सुरेश ओबेरॉय है|
एक बार कहो | |
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निर्देशक | लेख टंडन |
लेखक |
लेख टंडन मधुसूदन कालेकर (कथा सहित) |
पटकथा |
मधुसूदन कालेकर लेख टंडन |
कहानी | मधुसूदन कालेकर |
निर्माता |
ताराचंद बडजात्या राजश्री प्रोडक्षंस |
अभिनेता |
नवीन निश्चल, शबाना आज़मी, किरण वैराले, मदन पुरी, राजेंद्रनाथ, जगदीप, अनिल कपूर, दिलीप धवन, सुरेश ओबेरॉय |
छायाकार | जहाँगीर चौधरी |
संपादक | मुख़्तार अहमद |
संगीतकार | बप्पी लाहिड़ी |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंरवि वर्मा (नविन निश्चल) ने बचपन में अपने माता-पिता को तथा एक सड़क दुर्घटना में अपनी पत्नी रजनी को खोया है| अपने को व्यस्त रखने के लिए वह काफी समय अपने व्यापार में बिताता है| उसकी थकान देख उसके चिकित्सक उसे विहरण की सलाह देते है| विहरण में उसकी भेंट आरती माथुर (शबाना आज़मी) से हुए दोनों आपस में चाहने लगते है| उधर आरती, रवि के चुप्पी साधने से, अपने प्रति उसकी भावनाओं को समझ नहीं पाती है| इतने में आरती का विवाह कहीं और निश्चय होती है| रवि आरती के प्रति अपनी भावनाओं का बताना अथवा उसकी निश्चित विवाह होना और आगे चलकर दोनों में संबंध को कथा में आगे दर्शाया गया है|
चरित्र
संपादित करेंमुख्य कलाकार
संपादित करें- नवीन निश्चल — रवि वर्मा
- शबाना आज़मी — आरती माथुर
- किरण वैराले — अपर्णा
- मदन पुरी — डॉ॰ पुरी, रजनी का पिता
- राजेंद्रनाथ — टूटो सिंह
- जगदीप — हनुमान सिंह, होटल रखवाला
- अनिल कपूर
- दिलीप धवन
- सुरेश ओबेरॉय
दल
संपादित करें- निर्देशन — लेख टंडन
- कथा — मधुसूदन कालेकर
- पटकथा — मधुसूदन कालेकर, लेख टंडन
- संवाद — राही मासूम रज़ा
- निर्माण — ताराचंद बडजात्या, अजीत कुमार बडजात्या, कमल कुमार बडजात्या, राजकुमार बडजात्या
- निर्माण संस्था — राजश्री प्रोडक्षंस
- संपादन — मुख़्तार अहमद
- छायांकन — जहाँगीर चौधरी
- कला निर्देशन — महारुद्र शेट्टी
- नृत्य निर्देशन — माधव किशन
- संगीत निर्देशन — बप्पी लाहिड़ी
- गीत — देव कोहली, महेंद्र देहलवी, माया गोविंद, कुलवंत जानी
- पार्श्वगायन — आरती मुखर्जी, बप्पी लाहिड़ी, जगजीत सिंह, सुलक्षणा पंडित, के.जे. येशुदास
संगीत
संपादित करेंसभी गीत के लिए बप्पी लाहिड़ी ने संगीत दिया है|
गीत | गीतकार | गायक | समय |
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"चार दिन की जिंदगी है" | माया गोविंद | येशुदास | 4:05 |
"एक बार कहो मुझे प्यार करते हो" | देव कोहली | सुलक्षणा पंडित, बप्पी लाहिड़ी | 4:20 |
"राख के ढेर ने" | महेंद्र दहलवी | जगजीत सिंह, आरती मुख़र्जी | 4:00 |
"राख के ढेर ने" (2) | महेंद्र दहलवी | जगजीत सिंह | |
"ये जिंदगी चार दिन की" | कुलवंत जानी | बप्पी लाहिड़ी | 4:40 |
"फिर पुकारा है" | जगजीत सिंह | 1:10 | |
"प्यार की रह में" | आरती मुखर्जी | 1:20 | |
"सोए जज़्बात" | आरती मुखर्जी | 1:10 |