एक बार मुस्कुरा दो
1972 की राम मुखर्जी की फ़िल्म
एक बार मुस्कुरा दो 1972 में बनी हिन्दी भाषा की नाट्य फ़िल्म है। इसका निर्देशन राम मुखर्जी और निर्माण शोमू मुखर्जी द्वारा किया गया। फिल्म में शोभना समर्थ, जॉय मुखर्जी, तनुजा और देब मुखर्जी हैं। ओ॰ पी॰ नैय्यर द्वारा तैयार इस फिल्म का संगीत हिट रहा था।
एक बार मुस्कुरा दो | |
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एक बार मुस्कुरा दो का पोस्टर | |
निर्देशक | राम मुखर्जी |
निर्माता | शोमू मुखर्जी |
अभिनेता |
जॉय मुखर्जी, तनुजा देब मुखर्जी |
संगीतकार | ओ॰ पी॰ नैय्यर |
प्रदर्शन तिथि |
1972[1] |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंदिलीप और अशोक बचपन के दोस्त हैं। अशोक अमीर व्यापारी है, जबकि दिलीप के पास कोई स्थिर काम नहीं है। दिलीप को माला से प्यार हो गया और दोनों जल्द ही शादी करना चाहते हैं। माला के पिता दिलीप से कहते हैं कि उनकी बेटी से शादी करने के लिये उसे उनके बराबर पहुँचना होगा। करें। वह कड़ी मेहनत करता है और नाम और शोहरत कमाता है। लेकिन अपनी वापसी पर वह यह देखकर चौंक जाता है कि माला पहले से ही अशोक से शादी कर चुकी है।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- जॉय मुखर्जी — अशोक
- तनुजा — माला
- देब मुखर्जी — दिलीप
- शोभना समर्थ —
- इफ़्तेख़ार —
- राजेन्द्रनाथ —
- बिपिन गुप्ता —
संगीत
संपादित करेंसभी ओ॰ पी॰ नैय्यर द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "एक बार मुस्कुरा दो" | शेवान रिज़वी | किशोर कुमार, आशा भोंसले | 4:39 |
2. | "रूप तेरा ऐसा" | इन्दीवर | किशोर कुमार | 4:41 |
3. | "कितने अटल थे" (डुएट) | इन्दीवर | आशा भोंसले, किशोर कुमार | 3:22 |
4. | "सवेरे का सूरज" | इन्दीवर | किशोर कुमार | 3:46 |
5. | "चेहरे से ज़रा आँचल" | एस॰ एच॰ बिहारी | मुकेश, आशा भोंसले | 3:45 |
6. | "जमाने की आँखों ने" | एस॰ एच॰ बिहारी | मोहम्मद रफ़ी | 5:54 |
7. | "कितने अटल थे" (सोलो) | इन्दीवर | किशोर कुमार | 5:32 |
8. | "ये दिल लेकर नज़राना" | एस॰ एच॰ बिहारी | मुकेश, आशा भोंसले | 4:19 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "बिकिनी में नजर आई अजय देवगन की 75 साल की सास तनुजा, पूल में कर रही थी एन्जॉय, छोटी बेटी के साथ दिखीं खास बॉन्डिंग". दैनिक भास्कर. 9 फरवरी 2019. मूल से 21 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 मार्च 2019.