एनटीपीसी कहलगांव
एनटीपीसी कहलगांव (कहलगांव सुपर थर्मल पावर स्टेशन) बिहार के भागलपुर जिले के कहलगांव में स्थित है।[2] बिजली संयंत्र एनटीपीसी के कोयला आधारित बिजली संयंत्रों में से एक है। बिजली संयंत्र के लिए कोयले को पूर्वी कोलफील्ड्स लिमिटेड के राजमहल कोलफील्ड से भेजा जाता है। बिजली संयंत्र के लिए पानी का स्रोत गंगा नदी है।
एनटीपीसी कहलगांव | |
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देश | भारत |
स्थान | कहलगाँव प्रखण्ड (भागलपुर),बिहार |
निर्देशांक | 25°14′24″N 87°15′53″E / 25.24000°N 87.26472°Eनिर्देशांक: 25°14′24″N 87°15′53″E / 25.24000°N 87.26472°E |
स्थिति | Operational |
नियुक्त करने की तारीख | 1992 2007 |
निर्माण लागत | 7907.35 करोड़ [1] |
स्वामित्व | एन टी पी सी |
ताप विद्युत केंद्र | |
प्राथमिक ईंधन | कोयला |
विद्युत उत्पादन | |
इकाइयाँ परिचालन | 4 X 210 MW 3 X 500 MW |
बनाओ और प्रणाली | एल एम ज़ेड इलेक्टोर्सिला बी एच ई एल |
नेमप्लेट क्षमता | 2,340 मेगावॉट |
क्षमता
संपादित करेंकहलगांव में एनटीपीसी के सुपर थर्मल पावर प्लांट का काम 1985 में शुरू हुआ था।[3] मार्च 1992 में 210 मेगावाट क्षमतावाली पहली यूनिट का संचालन शुरू हुआ। धीरे-धीरे इसकी क्षमता में इज़ाफ़ा होता गया। संयंत्र की कुल स्थापित क्षमता 2340 मेगावाट है। प्लांट में बिजली उत्पादन के लिए रोजाना 35 हज़ार से 50 हज़ार टन कोयले का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी आपूर्ति झारखंड स्थित राजमहल कोल माइन से की जाती है। प्लांट से हर साल करीब 65 लाख टन फ्लाई ऐश निकलता है। फ्लाई ऐश में सिलिका, एल्युमिना, पारा और आयरन होते हैं।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 9 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 जून 2018.
- ↑ "क्या एनटीपीसी कहलगांव बिहार का 'स्टरलाइट' बनता जा रहा है?". मूल से 12 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 जून 2018.
- ↑ "NTPC-Kahalgaon celebrates 33rd Establishment Day". मूल से 12 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 जून 2018.