एमा स्मिथ डेवो (२२ अगस्त,१८४८-सितम्बर ३,१९४७) बीसवी सदी के शुरूआती दौर में प्रमुख रूप से महिलाओं के मताधिकार के लिए काम करने वाली एक महिला हैं, जिन्होंने राजनीति जगत का चेहरा महिलाओं व पुरुषों दोनों के लिए बदल दिया। एमा को "महिलाओं के मताधिकारों की माता" के रूप में भी जाना जाता था।

एमा स्मिथ डेवो
जन्म १८४८\०८\२२
रोज़विल, इलिनोइस
मौत १९२७
आवास रोज़विल, इलिनोइस अमेरिका
राष्ट्रीयता अमेरिकन
पेशा मताधिकारी और रिपब्लिकन पार्टी के कार्यकर्त्ता

प्रारंभिक जीवन

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एमा स्मिथ डेवो का जन्म २२ अगस्त, १८४८ में इलिनोइस के रोज़विल में हुआ था। सुजैन बी.एंथोनी के भाषण से ही प्रेरित होकर उन्होंने ८ वर्ष की आयु में ही मताधिकारो के लिए काम करने का निश्चय कर लिया।[1] १८८० में उन्होंने जॉन हेनरी डेवो से विवाह कर लिया जिन्होंने पूरे जीवन में उनका हर अभियान में समर्थन व सहायता की मताधिकार के सुधर से लेकर राज्य के दर्जे तक। समय के साथ एमा एक बहुत ही अच्छी सार्वजानिक वक्ता बन गयी जिसके बारे में खुद सुजैन बी.एंथोनी ने उनकी सराहना की।

डेवो ने दक्षिण डकोटा में १८९० में मताधिकार संशोधन के लिए प्रचार किया।[2] उनके संगठनात्मक कौशल और अछे व्यक्तित्व के मालिक होने के कारण उन्हें १८९५ में इदाहो राज्य में एक आधिकारिक मताधिकार समूह का आयोजन करने के लिए चुना गया। उनके भाषण इस पर केन्द्रित थे कि अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष के लिए शांतिपूर्ण तरीके से समाधान किये जाये और महिलाओं के लिए वोटो का अधिकार जीतने से निष्क्रिय रूप से परिवर्तन लाने में सक्षम साबित हो। १८९६ में एमा के कारण इदाहो की महिलाओं को मत देने का अधिकार प्राप्त हुआ। उन्होंने २८ राज्यों और क्षेत्रो में अधिकारिक मताधिकार समूह बनाये। वह कई उच्च-प्रोफ़ाइल रणनीतियों को कार्यान्वित करने के लिए ज़िम्मेदार थी जैसे कि प्रकाशन की पाकपुस्तिकाएं, महिलाओं के दिन का आयोजन।[3] वह अक्सर अपने भाषण को ये बोल कर शुरू करती थी कि "संयुक्त राज्य अमरीका के संविधान में ऐसा कुछ भी नहीं है, जों महिलाओ से मत देने के अधिकार से रोके।[4]

वाशिंगटन राज्य

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डेवो १९०५ में टैकोमा, वाशिंगटन चले गए, और एक साल बाद एम्मा स्मिथ डेवो को वाशिंगटन समानताधिकार संघ का अध्यक्ष बनाया गया। इस समय पर वह राजनीतिक रूप से बेहद आश्वस्त थी और वाशिंगटन अभियान को पूरा करने के लिए एक विनम्र दृष्टिकोण बनाये हुए उन्होंने पैनी पोस्टर, रैलियों, परेड, प्रचार स्टंट और विभिन्न भाषण जैसे नई रणनीतियां जोड़ी थी। इसके अलावा १९०८ में उन्होंने वाशिंगटन कुक पुस्तक को प्रकाशित किया।

अनुममर्थन

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१९११ में, डेवो नॉनपार्टीजन नेशनल काउंसिल ऑफ महिला मतदाता (एनसीडब्ल्यूवी) को संस्थापक बनाया गया, जो कि मताधिकार आंदोलनों के साथ राज्यों की सहायता के लिए बनाया गया था और महिलाओं को शिक्षित करने में मदद करने के लिए जिससे उन्हें राजनीति के बारे में, मतदान करने का अधिकार के बारे में बताया जा सके। रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों के साथ संबंध स्थापित करने के लिए, डेवो अंततः वाशिंगटन विधानमंडल को १९२० में उन्नीसवीं संशोधन की पुष्टि करने में सक्षम रही।

बाद के वर्ष और मृत्यु

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डेवो ने राजनीतिक रूप से सक्रिय रिपब्लिकन बनने का फैसला किया, साल १९२० में रिपब्लिकन सम्मेलन में वह एकमात्र महिला थी जिसे राष्ट्रपति चुनाव के लिए चुना जाना था। बाद में उन्होंने टाकोमा न्यूज़ ट्रिब्यून के लिए महिलाओं के दृष्टिकोण से एक रिपब्लिकन स्तंभ लिखना शुरू किया, और अंततः उन्हें वाशिंगटन राज्य रिपब्लिकन पार्टी की वाइस चेयरमैन बनाया गया।[5] ३ सितम्बर, १९२७ में एमा स्मिथ डेवो की ७९ वर्ष की आयु में मृत्यु हो गयी। उन्हें २००० में "राष्ट्रीय महिला हॉल" सम्मान के लिए चुना गया।

  1. Jepsen, David. "Emma Smith DeVoe: The Suffragist Who Wouldn't Back Down." Washington State Historical Society. 2007-2009. Washington State Historical Society. Retrieved 15 June 2011.
  2. Winning the West for Women: The Life of Suffragist Emma Smith DeVoe, Jennifer Ross-Nazzai, University of Washington Press, 2011
  3. Jepsen, David. "Emma Smith DeVoe: The Suffragist Who Wouldn't Back Down." Washington State Historical Society. 2007-2009. Washington State Historical Society. Retrieved 15 June 2011.
  4. Unknown Author. "Emma Smith Devoe, Washington Suffragist (1848-1927)." Women of the West Museum. Autry National Center. 2011. Associated institution. Retrieved 15 June 2011.
  5. Arksey, Laura. "DeVoe, Emma Smith (1848-1927)." HistoryLink.org. 2005. Washington State Department of Archeology and Historic Preservation. Retrieved 15 June 2011.