एराकेश्वर मन्दिर, पिल्लालमर्री
एराकेश्वर मन्दिर (Erakeswara Temple) भारत के तेलंगाना राज्य के सूर्यापेट ज़िले के पिल्लालमर्री ग्राम में स्थित एक हिन्दू मन्दिर है। यह भगवान शिव को समर्पित है। इसे लगभग सन् 1208 में मूसी नदी के किनारे एराक्सनी द्वारा निर्मित करा गया था, जो रिचेरिया वंश के बेटी रेड्डी नामक एक शासक की पत्नी थी। उस समय रिचेरिया काकतीय वंश के सामन्त हुआ करते थे। एराकेश्वर मन्दिर इस ग्राम में स्थित चार मन्दिरों में से एक है। अन्य तीन इस मन्दिर से लगभग 250 मीटर पूर्व में हैं। इनमें दो जुड़वा मन्दिर हैं - पार्वती-महादेव नामेश्वर मन्दिर - और तीसरा खंडहर-अवस्था में अलग खड़ा हुआ भगवान विष्णु को समर्पित चेन्नाकेशव मन्दिर है।[1][2][3][4][5]
एराकेश्वर मन्दिर | |
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Erakeswara Temple ఎఱకేశ్వర దేవాలయం | |
धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
देवता | भगवान शिव |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | पिल्लालमर्री |
ज़िला | सूर्यापेट ज़िला |
राज्य | तेलंगाना |
देश | भारत |
भौगोलिक निर्देशांक | 17°10′11″N 79°34′56″E / 17.1696°N 79.5822°Eनिर्देशांक: 17°10′11″N 79°34′56″E / 17.1696°N 79.5822°E |
वास्तु विवरण | |
प्रकार | काकतीय वास्तुशैली |
निर्माण पूर्ण | लगभग 1208 ईसवी |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Rao, P. R. Ramachandra (2005). The Splendour of Andhra Art (अंग्रेज़ी में). Akshara. पृ॰ 86.
- ↑ "Monuments - Archaeology and Museums". tsdam.com. अभिगमन तिथि 2020-10-28.
- ↑ Rao, M. Rama (1966). Select Kākatīya Temples (अंग्रेज़ी में). Sri Venkatesvara University. पृ॰ 91.
- ↑ Ganapathi, Racharla (2000). Subordinate Rulers in Medieval Deccan (अंग्रेज़ी में). Bharatiya Kala Prakashan. पृ॰ 155. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-86050-53-8.
- ↑ Kumari, V. Anila (1997). The Andhra Culture During the Kakatiyan Times (अंग्रेज़ी में). Eastern Book Linkers. पृ॰ 3. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-86339-15-2.