सर एल्फ़्रेड हिचकॉक (अगस्त १३, १८९९ - अप्रैल २९, १९८०) हॉलीवुड के जानेमाने निर्देशक और फिल्म निर्माता थे जिन्होंने रोमांचक फिल्मों में बहुत से नए प्रयोग किये। इन्होंने ब्रिटिश फिल्मों में अपना कैरियर स्थापित करके हॉलीवुड में प्रवेश किया और मूक फिल्मों से लेकर रंगीन फिल्मों तक करीब ५० फिल्मों का निर्देशन किया। अपने जीवनकाल में ये विश्व के सबसे जानेमाने निर्देशक थे और इनकी फिल्में आज भी बहुत लोकप्रिय हैं।

एल्फ़्रेड हिचकॉक
जन्म लेटनस्टोन, लंदन, इंग्लैंड, यूनाइटेड किंगडम
समाधि प्रशांत महासागर
कार्यकाल 1921–1976
जीवनसाथी आल्मा रेवील (1926-1980)
प्रशांत महासागर
पुरस्कार इर्विंग जी थालबर्ग स्मारक पुरस्कार
1968 जीवनकार्य सम्पादन
सर्वश्रेष्ठ टेलिविजन कार्यक्रम
1958 एल्फ़्रेड हिचकॉक प्रेसेन्ट्स (एल्फ़्रेड हिचकॉक प्रस्तुति)
सीसिल डेमील पुरस्कार
1972 जीवनकार्य सम्पादन
न्यू यॉर्क फिल्म समालोचक वृत्त का सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार
1938 द लेडी वैनिशेज़
नैशनल बोर्ड ऑफ रिव्यु का सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार
1969 टोपाज़
एएफआई जीवन उपलब्धि पुरस्कार
1979 जीवनकार्य सम्पादन

रोमांच और गति के प्रयोग में ये प्रवीण थे। इनकी फिल्में भय और भ्रम पर बहुत कुछ आधारित होती थीं। इनमें व्यंग्य और चातुर्य का भी भरपूर प्रयोग होता था। इनके पात्र अपने आप को ऐसी स्थितियों में पाते थे जिनपर उनका कोई बस नहीं होता था।

हिचकॉक का जन्म लंदन में लेटनस्टोन में हुआ था। इन्होंने फिल्म निर्देशन की शुरुआत १९२२ में ब्रिटेन में की, लेकिन १९३९ के बाद से ये संयुक्त राज्य अमरीका में ही काम करते रहे। हिचकॉक और इनका परिवार एक पहाड़ की चोटी पर स्थापित कार्नवाल रैन्च या "हार्ट-ऑ-द-माउन्टेन" (पर्वत-हृदय) में रहते थे। हिचकॉक का देहान्त १९८० में गुर्दों की विफलता के कारण हुआ।

रेबेका इनकी इकलौती फिल्म थी जिसे अकादमी पुरस्कार मिला, हालांकि इनकी सर्वप्रसिद्ध फिल्म थी सायको। इन्हें सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का अकादमी पुरस्कार कभी नहीं मिला। १९६७ में इन्हें जीवनकार्य संपादन के लिए इरविन जी थालबर्ग स्मारक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।