एस एच कापड़िया

भारत के 38वें मुख्य न्यायाधीश

एस एच कापड़िया (29 सितम्बर 1947 - 4 जनवरी 2016) भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे। वे मई 2010 में सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त हुए थे तथा सितंबर 2012 में इस पद से सेवानिवृत्त हुए। वे पारसी समुदाय से सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनने वाले प्रथम व्यक्ति थे। वे 2 जी, वोडाफोन, सहारा और सल्वा जुडूम जैसे कई महत्वपूर्ण फैसलों के लिए जाने जाते हैं।[1][2][3][4]

सरोश होमी कपाड़िया


कार्यकाल
12 मई 2010 – 28 सितंबर 2012
पूर्व अधिकारी के॰ जी॰ बालकृष्णन
उत्तराधिकारी अल्तमस कबीर

कार्यकाल
5 अगस्त 2003 – 17 दिसंबर 2003

जन्म 29 सितम्बर 1947
मुंबई, भारत
मृत्यु 4 जनवरी 2016(2016-01-04) (उम्र 68 वर्ष)
मुंबई, भारत
जीवन संगी शहनाज
धर्म पारसी
  1. Agencies (30 अप्रैल 2010). "Justice S H Kapadia appointed as new CJI" [न्यायमूर्ति एस एच कपाड़िया नए प्रधान न्यायाधीश के रूप में नियुक्त]. दि इंडियन एक्स्प्रेस. मूल से 5 अक्तूबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जनवरी 2016.
  2. अदिति फड़नीस (14 मई 2010). "Newsmaker: S H Kapadia" [निउजमेकर: एस एच कपाड़िया]. बिजनेस स्टैंडर्ड. मूल से 7 जून 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जनवरी 2016.
  3. "Sarosh Homi Kapadia Appointed Chief Justice of India" [सरोश होमी कपाड़िया भारत के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त]. फारसी खबर. 30 अप्रैल 2010. मूल से 28 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जनवरी 2016.
  4. "Honourable Mr. Justice S. H. Kapadia" [माननीय न्यायमूर्ति श्री एस एच कपाडिया।]. मुंबई उच्च न्यायालय. मूल से 1 मार्च 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जनवरी 2016.
पूर्वाधिकारी
के. जी. बालकृष्णन
भारत के मुख्य न्यायाधीश
12 मई 2010 – 28 Sep 2012
उत्तराधिकारी
अल्तमास कबीर