शशीन्द्र पाल त्यागी (14 मार्च 1945) भारतीय वायुसेना के प्रमुख रहे हैं। शशींद्र पाल त्यागी को एस॰पी॰ त्यागी और बंडल के उपनाम से भी पुकारा जाता रहा है। भारतीय वायुसेना में 31 दिसम्बर 1963 को कमीशन प्राप्तन त्यागी ने 1965 और 1971 के युद्ध में प्रमुख भूमिका निभाई थी। 31 दिसम्बर 2004 को उन्होंने भारतीय वायुसेना के 20वें एयर चीफ मार्शल के रूप में कार्यभार संभाला.

कार्यक्षेत्र

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एस पी त्यागी (14 मार्च 1945) भारतीय वायुसेना के प्रमुख रहे हैं। शशींद्र पाल त्यागी को एस पी त्यागी और बंडल के उपनाम से भी पुकारा जाता रहा है। भारतीय वायुसेना में 31 दिसम्बर 1963 को कमीशन प्राप्तन त्यागी ने 1965 और 1971 के युद्ध में प्रमुख भूमिका निभाई थी। 31 दिसम्बर 2004 को उन्होंने भारतीय वायुसेना के 20वें एयर चीफ मार्शल के रूप में कार्यभार संभाला. मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्में त्यागी की प्रारंभिक शिक्षा जयपुर के सेंट जेवियर स्कूमल में हुई। पढ़ाई के बाद वे सेना में शामिल हुये. उनके परिवार में उनकी पत्नी वंदना त्यागी और एक बेटा वे एक बेटी हैं। जगुआर इंटरडिक्शंन एअरक्राफ्ट जब 1980 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुआ तो उसके आठ पायलटों में एसपी त्यागी भी शामिल थे। 1985 में उन्हेंम प्रतिष्ठित वायुसेना मेडल से सम्माआनित किया गया। वे 2007 तक भारतीय वायु सेना में रहे, जिसके बाद उन्होंने अवकाशप्राप्त किया।

एस पी त्यागी का नाम फरवरी 2013 में इटली के एयरोस्पेस और डिफेंस निर्माण कंपनी फिनमैकानिका के मुखिया गियूसेप्पे ओरसी की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर चर्चा में आया। भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सेना प्रमुखों की सुविधा के लिये खरीदे गये 12 एडब्ल्यू-101 हेलिकॉप्टरों में भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने की जांच के बाद एयरोस्पेस और डिफेंस निर्माण कंपनी फिनमैकानिका के मुखिया गियूसेप्पे ओरसी को दबोचा गया है। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने फिनमैकानिका से 2010 में करीब 3600 करोड़ रुपए में 12 अति सुरक्षित अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टरों की ख़रीददारी की थी। इटली सरकार की जांच में यह बात सामने आई कि फिनमेकेनिका एयरोस्पेस डिफेंस कंपनी ने तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को मध्यस्थों के माध्यम से रिश्वत की रकम पहुंचाई थी। हालांकि एस पी त्यागी ने ऐसे आरोपों से इंकार करते हुये कहा कि इस तरह की किसी जांच की बात उन्हें नहीं पता है और उन्होंने किसी भी मामले में कभी कोई रिश्वत नहीं खाई.

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