ऐतिहासिक भूविज्ञान (Historical geology) के अन्तर्गत भूविज्ञान के सिद्धान्तों का उपयोग करके पृथ्वी के इतिहास की पुनर्रचना की जाती है और उसे समझने की कोशिश की जाती है। ऐतिहासिक भूविज्ञान उन प्रक्रियाओं पर अपना ध्यान केंद्रित करता है जो पृथ्वी की सतह तथा उपसतह को बदलते हैं। यह स्तरिकी (stratigraphy), संरचना-भूविज्ञान तथा पैलिओंटोलॉजी (paleontology) आदि का उपयोग करके इन घटनाओं के क्रम को निर्धारित करता है। ऐतिहासिक भूविज्ञान विभिन्न भूवैज्ञानिक कालों में विकसित पादपों एवं जन्तुओं पर भी ध्यान केंद्रित करता है। बीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में रेडियोसक्रियता एवं अन्य रेडियोमापी कालनिर्धारण तकनीकों के विकास से ऐतिहासिक भूविज्ञान को बहुत सहायता मिली।

किसी स्थान के भूवैज्ञानिक इतिहास की अच्छी जानकारी से आर्थिक भूविज्ञान के क्षेत्र में बहुत मदद मिलती है। आर्थिक भूविज्ञान, ऊर्जा एवं कच्चे माल की खोज एवं निष्कर्षण का विज्ञान है। इसी प्रकार, ऐतिहासिक भूविज्ञान की गहरी समझ के द्वारा पर्यावरणीय भूविज्ञान (Environmental geology) में बहुत मदद मिलती है, जैसे भूकम्प एवं ज्वालामुखी आदि के बारे में जानकारी।

== संक्षिप्त इतिहास ==#

इओन (eon) महाकल्प (era) कल्प (period) युग (epoch) आरम्भ
Phanerozoic Cenozoic Quaternary Holocene 0.0117
Pleistocene 2.558
Neogene Pliocene 5.333*
Miocene 23.030*
Paleogene Oligocene 33.9*
Eocene 56.0*
Paleocene 66.0*
Mesozoic Cretaceous Late Cretaceous 100.5*
Early Cretaceous c. 145.0
Jurassic Late Jurassic 163.5 ± 1.0
Middle Jurassic 174.1 ± 1.0*
Early Jurassic 201.3 ± 0.2*
Triassic Late Triassic c. 235*
Middle Triassic 247.2
Early Triassic 252.2 ± 0.5*
Paleozoic Permian 298.9 ± 0.2*
Carboniferous Pennsylvanian 323.2 ± 0.4*
Mississippian 358.9 ± 0.4*
Devonian 419.2 ± 3.2*
Silurian 443.4 ± 1.5*
Ordovician 485.4 ± 1.9*
Cambrian 541.0 ± 1.0*
Proterozoic Neoproterozoic Ediacaran Precambrian c. 635*
Cryogenian 850
Tonian 1000
Mesoproterozoic Stenian 1200
Ectasian 1400
Calymmian 1600
Paleoproterozoic Statherian 1800
Orosirian 2050
Rhyacian 2300
Siderian 2500
Archean Neoarchean 2800
Mesoarchean 3200
Paleoarchean 3600
Eoarchean 4000
Hadean 4567