ऑन दी यूनिवर्स
ऑन द यूनिवर्स (यूनानी : Περὶ Κόσμου; लातिन: De mundo; हिन्दी अनुवाद: ब्रह्माण्ड पर) अरस्तु की रचनाओं (वास्तविक नहीं) में समाहित धार्मिक एवं वैज्ञानिक ग्रंथ है। इसे सम्भवतः ईशा पूर्व तीसरी शताब्दी से दूसरी ई॰ के मध्य प्रकाशित किया गया। इसमें ब्रह्माण्डविद्या, भूविज्ञान एवं मौसम विज्ञान के विषयों पर चर्चा की गयी है जिसमें यह माना गया है कि ब्रह्माण्ड की सभी घटनाओं को स्वतंत्र भगवान नियंत्रित करता है।
सामग्री
संपादित करेंजोहान सी॰ थोम की डे मुंदो के अनुसार "यह अपनी श्रेष्ठता एवं स्वतंत्रता की अवधारना को रखते हुये ब्रह्माण्ड को संरक्षित एवं रखरखाव में भगवान की भूमिका को उल्लिखित करने का प्रयास है।"[1] अरस्तु की तत्त्वमीमांसा सम्बंधि रचना से स्पष्ट है कि यह कार्य अरस्तु का नहीं था।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ थोम, जोहान सी॰, संपा॰ (2014). "Introduction". Cosmic Order and Divine Power: Pseudo-Aristotle, On the Cosmos. ट्युबिन्गन, जर्मनी: मोहर सीबेक. पृ॰ 3. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-3161528095.
attempts to provide an explanation of the role of god in preserving and maintaining the cosmos while at the same time upholding the notion of his transcendence and independence.
- ↑ थोम, जोहान सी॰, संपा॰ (2014). "Introduction". Cosmic Order and Divine Power: Pseudo-Aristotle, On the Cosmos. ट्युबिन्गन, जर्मनी: मोहर सीबेक. पृ॰ 5. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-3161528095.