ओगावारा झील (小川原湖 ओगवारा-को), जापान की ग्यारहवीं सबसे बड़ी झील (क्षेत्र के अनुसार) और ओमोरी प्रांत का सबसे बड़ा हैं।[1] यह मिसावा और तोहोकू शहर और कामिकिता जिले के रॉककाशो के गांव तक फैला हुआ हैं।

ओगावारा झील
स्थानओमोरी प्रांत
निर्देशांक40°47′00″N 141°19′00″E / 40.78333°N 141.31667°E / 40.78333; 141.31667
प्रकारआयालिक झील
मुख्य बहिर्वाहप्रशांत महासागर
द्रोणी देशजापान
सतही क्षेत्रफल63.2 कि॰मी2 (680,000,000 वर्ग फुट)
औसत गहराई11 मी॰ (36 फीट)
अधिकतम गहराई25 मी॰ (82 फीट)
जल आयतन0.714 कि॰मी3 (579,000 acre⋅ft)
अस्तित्व काल0.8 years
तट लम्बाई167.4 कि॰मी॰ (221,000 फीट)
सतही ऊँचाई0 मी॰ (0 फीट)
हिमीकरणदिसम्बर से मार्च तक
1 तट लम्बाई का मापन सटीक नहीं होता है

इस झील का क्षेत्रफल 63.2 किमी² हैं, और इसमें 0.714 किमी³ पानी हैं। इसकी परिधि 67.4 किलोमीटर हैं। अपने सबसे गहन बिंदु पर, झील की गहराई 25 मीटर के साथ इसकी औसतन गहराई 11 मीटर हैं। झील सतह, समुद्रतल के बराबर हैं। झील समुद्र तट से लगभग 200 मीटर की दूरी तक झील उथला (2 मीटर तक) हैं, इसके आगे से गहराई तेजी से बढ़ती जाती हैं। ओगावारा झील, प्रशांत महासागर के तट के बहुत ही निकट हैं, और झील के मुख और समुद्र के बीच बने रेत के टीले कई बार तूफान से उड जाती है, जोकि झील के खारे पानी के लिए जिम्मेदार हैं। इसमें हाक्कोदा पर्वतमाला से आने वाली चार प्रवाह नदियाँ आ कर मिलती हैं। जबकि इससे बाहर जाने वाली एकमात्र तकेस नदी हैं, जो झील से निकल प्रशांत महासागर में मिलती हैं।

ओगावारा झील, मूल रूप से एक समुद्री खाड़ी थी, जो करीब 3,000 साल पहले झील के मुंह पर एक रेत के टीले के निर्माण के साथ झील बन गया। झील ओगावारा के आसपास कि तटरेखा प्रागैतिहासिक काल के बाद से स्थित है, और यहाँ से कई जोमोन काल के अवशेष और मिडेन के खोल की खोज की गई हैं।

दूसरे विश्व युद्ध के दौरान पर्ल हार्बर में हमले के लिए अभ्यास करने के लिए मिसावा एयरफील्ड में इंपीरियल जापानी नेवी एयर सर्विस इकाइयों द्वारा इस झील का उपयोग किया गया था, क्योंकि झील की और पर्ल हार्बर के हवाई खाड़ी की गहराई में काफी समानता हैं।

1970 के दशक की शुरुआत से जापानी सरकार ने प्रतिकूल पर्यावरणीय प्रभाव के बावजूद, झील को ताजे पानी में परिवर्तित करने की परियोजना चालु कि हुई हैं, ताकि इसका प्रयोग पीने, औद्योगिक और सिंचाई के पानी के स्रोत के रूप में किया जा सके।

ओगावारा झील, प्रचुर मात्रा में मछली और पक्षियों के लिए एक आवास स्थल हैं, और इस तरह पर्यावरण के जापानी मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। झील में स्वाभाविक रूप से विभिन्न प्रकार के जलिय जीव-जन्तु रहते हैं।

1996 में, ओगावारा झील के तट पर जंगली पक्षियों की आवाज़ को पर्यावरण मंत्रालय द्वारा, जापान के 100 प्रशिध्द ध्वनियों में से एक के रूप में चुना गया था।.[2]

वर्ष 2002 में, पर्यावरण मंत्रालय ने ओगावारा झील को जापान के 500 महत्वपूर्ण जलीय क्षेत्रों में, विशेष रूप से जलीय वनस्पति, कीड़े, ताजे पानी के शंख और जैविक विविधता के लिए प्रवासी वन्यफ़ोवल के आवास के रूप में वर्गीकृत किया था।[3]

 
ओगावारा झील

झील, गंभीर रूप से लुप्तप्राय हुचो पेरी का घर था, जो 1943 में आखिरी बार देखा गया था। बाहर से आने वाले पक्षियों में जोफ़र्ड हंस और टुंड्रा हंस भी शामिल हैं।

आर्थिक गतिविधि

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झील में जापानी स्मेल्ट, आइसफिश, गोबी और शिजीमी के पालन हेतु एक वाणिज्यिक स्रोत हैं।

इन्हें भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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  1. Geospatial Information Authority of Japan (2015-03-06). "平成26年全国都道府県市区町村別面積調 湖沼面積(20傑)" (PDF). मूल (PDF) से 2 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2015-03-08.(जापानी)
  2. "北海道・東北 - チャグチャグ馬コの鈴の音". Ministry of the Environment. मूल से 8 June 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 April 2011.
  3. "500 Important Wetlands in Japan". No. 64 Ogawara-ko Wetlands (including Obuchi-numa, Takahoko-numa, Ichiyanagi-numa, Tamogi-numa, Takase-gawa and Ogawara-ko) (अंग्रेज़ी में). The Ministry of the Environment, Japan. 2002. मूल से 6 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 March 2017.