ओड़िशा हस्तशिल्प संग्रहालय
ओड़िशा शिल्प संग्रहालय भारत के ओडिशा राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में स्थित एक संग्रहालय है, जो ओड़िशा की कला और शिल्प को समर्पित है। इसे कलाभूमि कभी कहते हैं।[1] इसका उद्घाटन 22 मार्च 2018 को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने किया था।[2] यह संग्रहालय 12.68 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, जो आठ दीर्घाओं, मुक्ताकाश एम्फीथिएटर, कार्यशाला क्षेत्र और स्मारिका दुकान में विभाजित है।
ओड़िशा हस्तशिल्प संग्रहालय | |
स्थापित | 2018 |
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अवस्थिति | शिल्पी विहार, पोखरीपुट, भुवनेश्वर, भारत |
निर्देशांक | 20°15′06″N 85°48′24″E / 20.2516°N 85.8068°Eनिर्देशांक: 20°15′06″N 85°48′24″E / 20.2516°N 85.8068°E |
स्वामी | ओड़िशा सरकार |
जालस्थल | www |
इस संग्रहालय में ओडिया हतशिल्पियों की उत्कृष्ट कृतियों को प्रदर्शित किया गया है। यह दो ब्लॉकों में विभाजित है जिसमें एक प्रदर्शन क्षेत्र और एक जीवन्त क्षेत्र है। प्रदर्शन क्षेत्र में राज्य भर के हस्तशिल्प और हथकरघा के बारे में दीर्घाएँ प्रदर्शित हैं जबकि जीवन्त क्षेत्र में एक मुक्ताकाश थिएटर के साथ-साथ अलग वर्कशॉप क्षेत्र हैं। कला भूमि का निर्माण लेटराइट पत्थर जैसे स्थानीय कच्चे माल का उपयोग करके किया गया है। लैटराइट पत्थर का उपयोग ओड़ीशा के कुछ सबसे पुराने स्मारकों में हुआ है। कला भूमि में कुल 10 दीर्घाएँ हैं जिनमें से 9 जनता के लिए खुली हैं। दो ब्लॉक हैं। हस्तशिल्प ब्लॉक में टेराकोटा, पारंपरिक पेंटिंग, पत्थर और लकड़ी की नक्काशी और प्राकृतिक सामग्री शिल्प गैलरी शामिल हैं। हथकरघा ब्लॉक में बुनाई के आरम्भ होने के पहले की तकनीकें, जनजातीय शिल्प, श्री जगन्नाथ संस्कृति और हथकरघा दीर्घाओं के शिल्प प्रदर्शित किए गए हैं। इनमें अद्वितीय और प्राचीन कच्चे माल और उपकरण के साथ-साथ राज्य भर से विभिन्न प्रकार के हथकरघा का संग्रह है।
दीर्घाएँ
संपादित करें- टेरकोटा
- पारंपरिक चित्रकारी
- पत्थर और लकड़ी की नक्काशी
- धातु शिल्प
- प्राकृतिक शिल्प
- बुनाई-पूर्व तकनीकें
- आदिवासी शिल्प
- श्री जगन्नाथ संस्कृति के शिल्प
- हथकरघा गैलरी
एक और गैलरी अभी निर्माणाधीन है जो ओडिशा के नृत्य रूपों को समर्पित है।
खुलने का समय
संपादित करेंयह सप्ताह के सभी दिन खुली रहती है और केवल कुछ राष्ट्रीय अवकाशों जैसे स्वतंत्रता दिवस, दीपावली/काली पूजा आदि पर बंद रहता है। खुलने का समय सुबह 10:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक है। वेबसाइट में स्वीकृत छुट्टियों की सूची दर्शायी गयी है।
चित्रदीर्घा
संपादित करें-
पारम्परिक बैलगाड़ी
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Pipili applique work
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Pipili applique work
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पट्टचित्र
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घोड़ा नाच खिलौना
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हस्तशिल्प संग्रहालय में प्रहलाद नाटक का आयोजन
संदर्भ
संपादित करें- ↑ Mishra, Sweta. "Experience the essence of Odisha at Kala Bhoomi | OdishaSunTimes.com". odishasuntimes.com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2018-06-30.
- ↑ "Museum to promote handicrafts". The Telegraph (अंग्रेज़ी में). मूल से 13 June 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2018-06-30.