ओशो टाइम्स हिन्दी की एक पत्रिका है।[1]यह एक नई तरह की कॉफी टेबल के लिये नोटबुक साइज़ की प्यारी सी पत्रिका है, जो ओशो से परिचय कराती हैं और यह भी बताती है कि आज के संदर्भ में "ओशो" का उनके लिये क्या महत्व है। आकर्षक डिज़ाइनों और भरपूर चित्रों से सुसज्जित यह 150- पृष्ठ की पत्रिका कम दाम की है लेकिन इसके साथ एक उपयुक्त उपहार प्रदान किए जाते हैं, जिसमें ओशो से परिचय तथा मैडिटेशन रिज़ॉर्ट और ध्यान की सक्रिय विधियों के बारे में जानकारी दी गयी होती है। इसके अतिरिक्त आप जान पाएंगे ओशो डॉट कॉम वैबसाइट, नवीनतम वीडियो, ऑडियो, प्रकाशित पुस्तकें, ओशो आर्ट, ओशो योग और ज़ेन टैरो के बारे में। साथ ही इसमें ऐसे आलेख भी प्रकाशित होते हैं, जो ध्यान के बुनियागी फायदे, श्रवण की कला बोध को जगाने में एक अभ्यास के रूप में कैसे सहयोगी हो, बिज़नैस मैनेजमैंट के अनूठे क्षेत्र में सजग प्रयोग और इन सबसे बढ़कर, ओशो - देशना किस प्रकार हमें सहज व लयबद्ध जीवन जीने का विकल्प देती है पर प्रकाश डालते हैं। इस पत्रिका की संपादक अमृत साधना हैं।[2]

  1. "मेरी दुनिया मेरे सपने, शीर्षक: ऑनलाइन/ऑफलाइन हिन्‍दी मैग्‍ज़ीन का वृहद संग्रह।". मूल से 1 अगस्त 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 जुलाई 2013.
  2. "वेब दुनिया में अमृत साधना के साथ एक खास मुलाकात, शीर्षक: आग लगी है तो सूखी टहनियाँ जलने दो". मूल से 6 जून 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 जुलाई 2013.

बाहरी कड़ियाँ

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