ओ मेरे देश की मिट्टी

रवीन्द्रसंगीत

ओ मेरे देश की मिट्टी एक रवींद्रसंगीत है| यह एक देशात्मबोधक गाना है| इसकी रचनाकाल १९०५ ख्रीष्टाव्द (१३१२ बंगाव्द) में थी| गाने की स्वरलिपिकार इंदिरा देवी चौधुराणी हैं| [1] यह गाना बंगभंग रोध आंदोलन के समर्थन में लिखा गया था| [2], [3] ,

पाठ संपादित करें

ओ मेरे देश की मिट्टी, आपके ऊपर मैने सर झुकाया
आपमें विश्वमयी का, आपमें धरती माँ का पल्लू बिछाया||

आप घुल गए हो मेरे शरीर के अंदर,
आप मिल गए हो मेरे तन और मन पर,
आपकी वह सांवली रंग की कोमल सूरत दिल से लगाया||

ओ मम्मी, आपके गोद में जनम मेरा, मरण आपके सीने में
आपके ऊपर खेल-कूद मेरा दुःख-सुख में
आपने चावल मुँह में भरके दिया,
आपने ठंडा पानी मुझे है पिलाया,
आप हैं सबकुछ-सहा, सबकुछ-वहा मैया के मैया||

ओ माँ, बहुत आपका खा लिया है, बहुत ले लिया माँ
पर मैं जानता नहीं हूँ कि क्या मैंने आपको दे दिया माँ!
मेरा जनम गया बेकार कामों पर,
मैंने बिताया दिन घर के कोने पर--
आपने बेकार मुझे शक्ति दिया है शक्तिदाता||

तथ्यसूत्र संपादित करें

१. "Song o amar desher mati | Lyric and History"। www.geetabitan.com। संग्रह की तारीख  २०२०-०७-२८।

२. सेन , कृष्ण (२०१७ )। "1910 and the Evolution of Rabindranath Tagore's Vernacular Nationalism"। तुतेजा, के.एल .; चक्रबर्ती , कौस्तभ । Tagore and Nationalism (अंग्रेज़ी भाषा में)। स्प्रिंगर। पृष्ठ 42। आईएसबीएन 9788132236962

३. बौंगोभौंगो आन्दोलोन ओ रोबिंद्रोनाथ| arts.bdnews24.com।६ अगस्त २०१२।१ दिसंबर २०२० तारीख में मूल से आर्काइव किया गया।संग्रह की तारीख ६ मई २०२०।