वलयाकार सूर्य ग्रहण

(कंकणाकार सूर्य ग्रहण से अनुप्रेषित)

वलयाकार सूर्यग्रहण तब लगता है जब चाँद सामान्य की तुलना में धरती से दूर हो जाता है। नतीजतन उसका आकार इतना नहीं दिखता कि वह पूरी तरह सूर्य को ढक ले। वलयाकार सूर्यग्रहण में चाँद के बाहरी किनारे पर सूर्य रिंग यानी अंगूठी की तरह काफ़ी चमकदार नजर आता है।

३ अक्टूबर, २००५ का वलयाकार सूर्य ग्रहण