पाखंडी बाबा कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ साईं बाबा से सावधान!:

हम किसी धर्म के विरुद्ध नहीं है,यह तो सिर्फ उस अन्धविश्वास के विरुद्ध है जो कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ साईं बाबा को भगवान मानते हैं कि बाबा ने उनका बहुत भला किया है,

सोचिये अगर यही स्थिति 10-15 साल पहले होती जिस समय बाबा कि पूजा नहीं होती थी तो आप किस भगवान के नाम पर यह बोलते कि उन्होंने मेरा अच्छा कर दिया.

हमारा प्रयास इस अन्धविश्वाश को दूर करना है कि कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ साईं बाबा शास्त्रों ले अनुसार कोई सद्गुरु या भगवान नहीं हैं.

कोन है कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ साईं बाबा?

महाराष्ट्र के पाथरी (पातरी) गांव में कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ सांईं का जन्म 28 सितंबर 1835 को हुआ था।

कुछ लोग मानते हैं कि उनका जन्म 27 सितंबर 1838 को तत्कालीन आंध्रप्रदेश के पथरी गांव में हुआ था

और उनकी मृत्यु 28 सितंबर 1918 को शिर्डी की मस्जिद में हुई। ज्यादातर जगह पर लिखा है कि कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ सांईं को 1854 में पहली बार शिर्डी में देखे गए, तब वे किशोण अवस्था मैं नशे में थे।

कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ साईं बाबा एक अनपढ़ भिखारी,ढोंगी ,पाखंडी,बलात्कारी,दोगले,पापी,अत्याचारी,नसॅडी,रम्पत हरामी,मक्कार, महा पाखंडी, एक नंबर का पिण्डारी डाकू,

हिन्दुओ का सबसे बड़ा शत्रु थे जिससे कुछ मौकापरस्त लोगों ने मिलकर भगवान बना दिया है.

हमारा प्रयास है कि ऐसे अन्धविश्वासी लोग जो सिर्फ दूसरों से सुनकर इनकी पूजा कर रह हैं वे इनके बारे में जाने और स्व्यं से विश्लेषण करें

भारत में 33 कोटि देवी देवता हैं फिर भी हिंदू लोग एक मुस्लिम भिखारी,ढोंगी ,पाखंडी,बलात्कारी,दोगले,पापी,अत्याचारी,नसॅडी,रम्पत हरामी,मक्कार, महा पाखंडी, एक नंबर का पिण्डारी डाकू, हिन्दुओ का सबसे बड़ा शत्रु थे के पीछे क्यों भाग रहे हैं क्या हिंदू लोगों को अपने भगवान पर भरोसा नहीं है श्री साईं बाबा का वास्तविक नाम कमरुद्दीन वसल्लम है। एक रिसर्च के मुताबिक दिये गये पूर्वोक्त विवरण के अनुरूप उनके पिता का नाम बहरुद्दीन वसल्लम एवं उनकी माता का नाम फातिमा रजा माना जाता है। ये दोनों कतर इस्लाम के सुन्नी संप्रदाय से संबंधित है बलात्कार के मामले में कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ साईं बाबा सुनाई जा चुकी है

कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ साईं बाबा नॉन वेज बहुत अच्छा लगता था वो चिकन मटन या बिरयानी खाते थे

यदि आप कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ साईं बाबा की ज्यादा मानते है. तो आप को उनकी पसंद के खाने को भी खाना चाहिए, जैसे कि चिकन मटन बिरयानी मछली आदि,

और यदि आप लोगो को प्रसाद मैं जैसे कि चिकन मटन बिरयानी मछली आदि अगर मिलेगा तो आपको कोई समस्या नहीं होनी चाहिए !!

साईं सच्चरित्र के अध्याय 4, 5, 7 में इस बात का उल्लेख है कि वे जीवनभर सिर्फ 'अल्लाह मालिक है' यही बोलते रहे।

कुछ लोगों ने उनको हिन्दू संत बनाने के लिए यह झूठ प्रचारित किया कि वे 'सबका मालिक एक है' भी बोलते थे।

यदि वे एकता की बात करते थे, तो कभी यह क्यों नहीं कहा कि 'राम मालिक है' या 'भगवान मालिक है। 

श्री साईं सतचरित के अनुसार साई बाबा सब प्रकार का भोजन करते थे। वे मांस, मछली, तम्बाकू, धूम्रपान वगैरह सब चीजों का सेवन करते थे।

कुछ हिंदू लोग एक दम पागल हो गए हैं कि कमरुद्दीन वसल्लम उर्फ साईं बाबा सब कुछ करता हूं.. ये करता है वो करता है..तुम जैसे हिंदू लोगों को मस्जिद मे रहना चाहिए या हिंदू धर्म छोड़ देना चाहिए.


और सिर्फ इस्लाम ही इस दुनिया मे होगा। फिर जब कयामत आएगी, तब अल्लाह खुद जन्नत से आके,

सभी मुर्दो को जगायेंगे, और उनको स्व शरीर जन्नत में ले जाएंगे। यह बात में नही कह रहा हूँ,

यह बात इस्लाम की पवित्र कुरान कह रही है। इसीलिए इस्लाम में मुर्दो को जलाया नही जाता, उसको दफनाया जाता है।