कलि संवत
भारत का प्राचीन संवत
कलियुग संवत भारत का प्राचीन संवत है जो ३१०२ ईपू से आरम्भ होता है। इस संवत की शुरुआत पांडवो के द्वारा अभिमन्यु के पुत्र परिक्षित को सिँहासनारुढ़ करके स्वयं हिमालय की और प्रस्थान करने एंव भगवान श्रीकृष्ण के वैकुण्ठ जाने से मानी जाती है।[1]
इन्हें भी देखें
- प्राचीन सप्तर्षि ६६७६ ईपू
- सप्तर्षि संवत ३०७६ ई.पू
- विक्रमी संवत ५७ ई.पू
- शालिवाहन शक या शक संवत ७८ ई.
सन्दर्भ
- ↑ Arya, Dr Rakesh Kumar (2020). Gurjar Vansh Ka Gauravshali Itihaas - (गुर्जर वंश का गौरवशाली इतिहास). Diamond Pocket Books Pvt Ltd. ISBN 978-93-90287-92-5. Retrieved 20 जनवरी 2022.
बाहरी कड़ियाँ
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