"कल्याण" मासिक पत्रिका (हिंदी) का प्रकाशन 1927 से हो रहा है। यह गीताप्रेस गोरखपुर से प्रकाशित होता है। इसके लगभग 2,50,000 ग्राहक हैं।

प्रत्येक वर्ष जनवरी में निकलने वाला पहला अंक किसी विशेष विषय को समर्पित एक विशेष अंक होता है। विगत में अनेक पुराणों के हिन्दी अनुवाद विशेष अंक के रूप में प्रकाशित हुए हैं। "कल्याण" में पुराने और समकालीन, प्रख्यात भारतीय संतों और विद्वानों के लेख शामिल हैं। इसके अलावा इसमें विशेष कॉलम हैं जैसे - "पढ़ें, समझें और करें", "सोचने के लिए", आदि।

1934 में शुरू हुए "कल्याण-कल्पतरु" (अंग्रेजी) का सदस्यता वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक है। इस पत्रिका में विभिन्न संतों और विद्वानों के लेख शामिल हैं। इन-हाउस पत्रिका "युग-कल्याण" प्रेस की नवीनतम रिलीज़, मूल्य-सूची में परिवर्तन और घोषणाओं के बारे में जानकारी प्रदान करती है। यह पुस्तक विक्रेताओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी है। इसके अतिरिक्त, इसमें आत्म-उन्नति के लिए संक्षिप्त, उपयोगी सामग्री है।

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