काजी अब्दुस्सत्तार
क़ाज़ी अब्दुल सत्तार (जन्म 8 फरवरी 1933 - 29 अक्टूबर 2018) उर्दू के एक भारतीय उपन्यासकार और लघु कथाकार थे।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
संपादित करेंपुस्तकें
संपादित करेंउपन्यास
- शिकस्त की आवाज़ ( पहली और आखिरी किताब के नाम से भी प्रकाशित)
- शब-ग़ाज़ीदा (1966) [1]
- काली रात का डसा हुआ (2023, राजमंगल प्रकाशन)[2]
- बादल
- मज्जू भैया
- गुबार-ए-शब
- सलाहुद्दीन अय्यूबी (1968) [1]
- दारा शिकोह (1968) [1]
- ग़ालिब (1976)
- हजरत जान
- खालिद इब्न-ए-वलीद
- ताजम सुल्तान
- आन-ए-अय्यम
- पीतल का घंटा
आलोचना
- उर्दू शायरी में क़ुनुतियात
- जमालियात और हिंदुस्तानी जमालियात
पुरूस्कार
संपादित करेंसंदर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ इ The Glorious Contradictions of Qazi Abdus Sattar. The Hindu.
- ↑ "Padma Shri Qazi Abdul Sattar Books, Novel | Rajmangal Publishers | Hindi Urdu". Rajmangal Publishers (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-03-27.
- ↑ "Padma Awards" (PDF). Ministry of Home Affairs, Government of India. 2015. मूल (PDF) से 15 October 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 July 2015.