कातासिन की लड़ाई १२४३ ई. में पूर्वी गंगवंश के प्रथम नरसिंह देव और मामलुक साम्राज्य के बंगाल गवर्नर, तुघराल तुघन खान के बीच लड़ी गई थी। इस लड़ाई में नरसिंह देव प्रथम ने मामलुक सेनाओं को करारी हार दिया और अतिरिक्त क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया।[1]

कातासिन की लड़ाई
तिथि १२४३
कातासिन की लड़ाई is located in पश्चिम बंगाल
कातासिन की लड़ाई
कातासिन की लड़ाई (पश्चिम बंगाल)
स्थान कोनताई, पश्चिम बंगाल, भारत
21°46′38″N 87°42′53″E / 21.777155°N 87.7148431°E / 21.777155; 87.7148431निर्देशांक: 21°46′38″N 87°42′53″E / 21.777155°N 87.7148431°E / 21.777155; 87.7148431
परिणाम पूर्वी गंगवंश विजय
योद्धा
पूर्वी गंगवंश दिल्ली सल्तनत
सेनानायक
प्रथम नरसिंह देव तुघराल तुघन खान

कटासीन की जीत के बाद नरसिंह देव प्रथम ने लुखनोर और लखनौती पर कब्जा करने के लिए एक और आक्रामक हमला किया।[2] तुगन खान डर के मारे भाग गया और उसने दिल्ली में बादशाह से मदद की गुहार लगाई, लेकिन फिर से बुरी तरह हार गया। इस के बाद बंगाल के कई जिलों को नरसिंह देव प्रथम के साम्राज्य में जोड़ा गया।[3]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. R. C. Majumdar, संपा॰ (1960). The History and Culture of the Indian People: The Delhi Sultante (2nd संस्करण). Bharatiya Vidya Bhavan. पृ॰ 70.
  2. Karuna Sagar Behera (2005). Konark - The Black Pagoda. Publications Division, Ministry of Information & Broadcasting, Government of India. पृ॰ 45. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788123029979.
  3. Glimpses Of Kalinga History by Das, Manmatha Nath. Calcutta: Century Publishers. 1949. पपृ॰ 181.