श्री कात्यायनी शक्ति पीठ भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है। महर्षि वेदव्यास ने श्री कात्यायनी शक्तिपीठ के बारे में श्रीमद भागवत में भी वर्णन किया है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, जिस स्थान पर कात्यायनी शक्ति पीठ है वहां माता सती के केश गिरे थे। किवदंती यह है कि भगवान श्रीकृष्ण को अपने वर रूप में प्राप्त करने के लिए राधारानी ने भी कात्यायनी माता की पूजा की थी।

कात्यायनी शक्ति पीठ का स्थान

कात्यायनी शक्ति पीठ उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृन्दावन में स्थित है। यह एक बहुत ही प्राचीन सिद्ध पीठ है जो वृन्दावन में राधाबाग के पास है।

कात्यायनी शक्ति पीठ में पूजा-पाठ

सालों भर यहां भक्त दर्शन और पूजा करने के लिए आते हैं। नवरात्र के दिनों में कात्यानी शक्ति पीठ में भक्तों की काफी भीड़ होती है। गुरु मंदिर, शंकराचार्य मंदिर, शिव मंदिर तथा सरस्वती मंदिर भी कात्यायनी मंदिर के पास ही हैं। ये बहुत प्रसिद्ध मंदिर हैं जहां लोग काफी संख्या में पूजा करने आते हैं।

कात्यायनी शक्तिपीठ कैसे पहुंचेंः-

कात्यायानी शक्तिपीठ वृन्दावन में स्थित है। वृन्दावन मथुरा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है। रेल मार्ग से यात्रा करने वाले यात्री मथुरा उतरकर वृन्दावन पहुंच सकते हैं। गाड़ी से यात्रा करने वाले यात्री सीधे वृन्दावन पहुंच सकते हैं। गाड़ी भक्तजन को मंदिर से करीब 200 मीटर पहले उतारती है। हवाई यात्रा करने वाले लोगों को पहले दिल्ली पहुंचना होगा। दिल्ली से मथुरा ट्रेन से पहुंच सकते हैं। आगरा में भी एयरपोर्ट है जहां भक्तजन पहुंच सकते हैं।