कामड़ राजस्थान का परिद्ध लोक नृत्य है। नाथ सम्प्रदाय के कपिलानि पन्थ से कामड़ जाति बनी है । ये हिंगलाज माता के पुजारी या छ्डीदार होते है। परम्परा से हिन्ग्लाज माता की पूजा के लिये तेरह्ताली नृत्य किया करते है। शिव के तांडव और माँ पार्वती के ताल से ताल शब्द बना है। अतः यह शिव शक्ती की उपासना के लिये नृत्य व पूजा प्रद्धति है।अब यह नृत्य विष्णु अवतार बाबा रामदेव जी के आराध्य में भी किया जाता है । जिसमें माँ हिंगलाज ओर बाबा रामदेव जी के भजन भी गाए जाते हे ।राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात में कामड़ पाये जाते हैं।