कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय

कामेश्वरसिंह-दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय बिहार का एक विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना 26 जनवरी 1961 को हुई। इस विश्वविद्यालय की स्थापना दरभंगा के महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह की अविस्मरणीय दानशीलता के कारण दरभंगा में हुई। अतः इस विश्वविद्यालय के साथ कामेश्वरसिंह-दरभंगा का नाम भी उनके सम्मान में जुटा हुआ है। यह विश्वविद्यालय भारतीय विश्वविद्यालय संघ का एक सदस्य और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है। यह बिहार राज्य का प्रथम तथा भारत का दूसरा संस्कृत विश्वविद्यालय है।

कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय
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स्थापित1961
प्रकार:Public
कुलाधिपति:श्री फागू चौहान
कुलपति:प्रो॰ शशिनाथ झा
अवस्थिति:Darbhanga, Bihar, India
परिसर:Rural
सम्बन्धन:UGC
जालपृष्ठ:www.ksdsu.edu.in

इस विश्वविद्यालय के मुख्यालय में स्नातकोत्तर (आचार्य) के अध्यापन के साथ-साथ संस्कृत के व्याकरण आदि शास्त्रों में शोध कार्य की भी व्यवस्था है। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय मुख्यालय में शिक्षाशास्त्री (B. Ed.) के अध्यापन की भी व्यवस्था है। इस विश्वविद्यालय के अधीन राज्य के विभिन्न भागों में 31 अंगीभूत महाविद्यालय, 25 वित्तसहित शास्त्री स्तरीय सम्बद्ध महाविद्यालय तथा 15 वित्तसहित उपशास्त्री स्तरीय सम्बद्ध महाविद्यालय संस्कृत के अध्यापन हेतु कार्यरत हैं। इनके अतिरिक्त कई वित्तरहित महाविद्यालय भी मान्यताप्राप्त हैं।

विश्वविद्यालय मुख्यालय के शैक्षणिक विभागों के नाम-
  • १- स्नातकोत्तर व्याकरण विभाग
  • २- स्नातकोत्तर साहित्य विभाग
  • ३- स्नातकोत्तर ज्योतिष विभाग
  • ४- स्नातकोत्तर वेद विभाग
  • ५- स्नातकोत्तर दर्शन विभाग
  • ६- स्नातकोत्तर धर्मशास्त्र विभाग
  • ७- शिक्षाशास्त्र विभाग

बाहरी कड़ियाँ

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