कार्बनिक रसायनों की आईयूपीएसी नामपद्धति
वर्तमान समय में कार्बनिक यौगिकों के नामकरण की सबसे नवीन और सबसे प्रचलित पद्धति आईयूपीएसी द्वारा प्रवर्तित पद्धति है। यह एक अत्यन्त क्रमबद्ध और तर्कपूर्ण पद्धति है। इसका प्रकाशन 'नॉमन्क्लेचर ऑफ ऑर्गैनिक केमेस्ट्री' नामक पुस्तक में होता है जिसे 'ब्लू बुक' भी कहते हैं। आईयूपीएसी ने अकार्बनिक यौगिकों के नामकरण की पद्धति भी सुझायी है।आई यू पी एस सी का पुर्ण रुप:-international union of pure and applied chemistry*
आदर्श रूप में, सभी कार्बनिक यौगिकों का नाम रखा जाना आवश्यक है जिससे उसका असंदिग्ध संरचना सूत्र बनाया जा सके। किन्तु सामान्य व्यवहार में कभी-कभी आईयूपीएसी द्वारा संस्तुत नामों का उपयोग नहीं किया जाता है। ऐसा प्रायः भारी-भरकम नाम से बचने के लिए किया जाता है। प्रायः कार्बनिक यौगिकों के सामान्य नाम प्रयोग किए जाते हैं जो उस यौगिक के प्राप्ति के स्रोयत के नाम से व्युत्पन्न होते हैं।
कुछ उदाहरण
संपादित करें- एल्कीन
- CH3-CH2CH=CH2 but-1-ene
- CH3CH=CHCH2CH=CHCH3 hepta-2,5-diene
- एल्कीन्स से व्युत्पन्न समूह
- CH2=CH- एथिनाइल (éthényle) या विनाइल (vinyle)
- CH2=CH-CH2- prop-2-ényle या एलाइल (allyle)
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- CH3CH=O éthylidène
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- CH2- méthylène
- CH2=CH- vinylène
- एल्काइन्