कार्य अभिकल्पन

नौकरी की रूप रेखा बनाना

कार्य अभिकल्पन (जॉब डिजाइन या वर्क डिजाइन), कार्य विश्लेषण के लिए तर्कसंगत अनुक्रम है। कार्य विश्लेषण, कार्य सम्बन्धी तथ्यों तथा किसी कार्य को सम्पन्न करने हेतु पद-धारक से अपक्षित ज्ञान एवं निपुणता सम्बन्धी सूचनायें प्रदान करता है। तत्पश्चात्, कार्य अभिकल्प, निश्चित उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु कार्य की एक इकाई के अन्तर्गत कार्यों, कर्तव्यों एवं उत्तरदायित्वों को व्यवस्थित रूप देने के लिए चेतन रूप से प्रयास करता है।

मैथिस एवं जैक्सन ने कार्य अभिकल्प का अधिक स्पष्ट रूप से परिभाषित करते हुए कहा है कि,

........यह प्रत्येक कार्य के लिए एक ही दिशा में कार्य विषय-वस्तु (कार्यो, क्रियाओं एवं सम्बन्धों), पारिश्रमिकों (बाहृय एवं आन्तरिक) तथा अपेक्षित पात्रताओं (निपुणताओं, ज्ञान एवं क्षमताओं) का एकीकरण करता है, जो कि कर्मचारियों तथा संगठन की आवश्यकताओं की पूर्ति करते है।

कार्यों की अभिकल्पना का संगठन एवं इसके कर्मचारियों के उद्देश्यों पर एक निर्णायक प्रभाव पड़ता है। संगठन के परिप्रेक्ष्य में, जैसे ही कार्यों एवं उत्तरदायित्वों का समूहीकरण किया जाता है, वैसे ही वे उत्पादन क्षमता तथा मूल्य-लागत को प्रभावित कर सकते है। जो कार्य, सन्तुष्टि नहीं प्रदान करते हैं या फिर अधिक लागत की माँग करते हैं, उन पर नियुक्ति का किया जाना कठिन होता हैं नीरस कार्यो से उच्च कर्मचारी-परिवर्तन का अनुभव किया जा सकता है।

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