कालिय नाग
पुरातन मान्यताओं के अनुसार इस नाग के पांच सिर थे।
पौराणिक मान्यतानुसार कालिया एक अत्यन्त विषैला नाग था। मान्यता है कि इस पांच फण वाला नाग था। नंदगाँव के वन वृन्दावन में यमुना के अन्दर रहता था। वह कश्यप ऋषि का कद्रू के गर्भ से उत्पन्न पुत्र था। अपने सौतेले भाई पक्षीराज गरुड़ से शत्रुता बढ़ने के कारण कालिया नाग महासागर को छोड़कर यमुना में जाकर रह रहा था। शेषनाग , वासुकी , तक्षक आदि नागों का भाई था।