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(जनवरी 2017) |
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काव्यार्थ चिन्तन कन्नड़ भाषा के विख्यात साहित्यकार जी. एस. शिवरुद्रप्पा द्वारा रचित एक समालोचना है जिसके लिये उन्हें सन् 1984 में कन्नड़ भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।