किज़िल गुफ़ाएँ
जनवादी गणतंत्र चीन द्वारा नियंत्रित शिंजियांग प्रान्त में एक बौद्ध गुफ़ाओं का समूह
किज़िल गुफाएँ (उईग़ुर: قىزىل مىڭ ئۆي, अंग्रेज़ी: Kizil Caves) या क़िज़िल गुफाएँ (Qizil Caves) जनवादी गणतंत्र चीन द्वारा नियंत्रित शिंजियांग प्रान्त में एक बौद्ध गुफ़ाओं का समूह है जहाँ प्राचीनकाल में तारिम द्रोणी में तुषारी लोगों और बौद्ध धर्म से सम्बन्धित चित्र, मूर्तियाँ, लिखाईयाँ व अन्य पुरातन चीज़ें मिली हैं।[1][2] यह गुफाएँ शिंजियांग प्रान्त के आक़्सू विभाग के बाईचेंग ज़िले में मुज़ात नदी के उत्तरी किनारे पर कूचा से ६५ किमी दूर स्थित हैं। यह इलाक़ा ऐतिहासिक रेशम मार्ग पर स्थित हुआ करता था और तीसरी से आठवी शताब्दी ईसवी के बीच विकसित हुआ।[3]
किज़िल गुफाओं के कुछ चित्र
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एक चित्र जिसमें बौद्ध-श्रद्धालू तुषारी लोग दर्शाए गए हैं - यह श्वेतवर्णीय और सुनहरे व लाल बालों वाले होते थे
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तारों वाला वाद्य बजाती एक अप्सरा
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नृत्य करती राजकुमारी चंद्रप्रभा (गुफ़ा ८३ से)
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भारतीय लहजे में तिलक/बिन्दी लगाए तुषारी बौद्ध श्रद्दालू
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Manko Namba Walter (October, 1998). "Tokharian Buddhism in Kucha: Buddhism of Indo-European Centum Speakers in Chinese Turkestan before the 10th Century C.E" Archived 2013-10-20 at the वेबैक मशीन. Sino-Platonic Papers (85).
- ↑ "Kezil Thousand-Buddha Grottoes". xinjiang.gov. Archived from the original on 2007-09-30. Retrieved 2007-08-05.
- ↑ Daniel C. Waugh. "Kucha and the Kizil Caves" Archived 2007-12-19 at the वेबैक मशीन. Silk Road Seattle. University of Washington.