किताबघर प्रकाशन एक हिन्दी पुस्तकों के प्रमुख प्रकाशक हैं। पंडित जगतराम आर्य इसके पहले संस्थापक थे।

स्थापना संपादित करें

वर्ष 1968 में पंडित जगतराम आर्य ने इसकी शुरुआत की। अगस्त 1993 में उनका देहावसान हो गया। उनकी स्मृति में एक वार्षिक साहित्यिक सम्मान स्थापित करने का निर्णय प्रकाशन के संचालकों द्वारा लिया गया। 16 दिसंबर को उनका जन्मदिवस पड़ता है, अतएव यह निर्णय किया गया की उस दिन "आर्य स्मृति साहित्य सम्मान" का आयोजन सम्मान समारोह के रूप में किया जाये।[1]

मुख्य प्रकाशन संपादित करें

  1. हिन्दी - कल आज और कल - प्रभाकर श्रोत्रिय[2]
  2. विराम चिन्ह : क्यों और कैसे? (2012) - महेंद्र राजा जैन[3]
  3. हिन्दी व्याकरण : एक नवीन दृष्टिकोण - कविता कुमार[4]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 21 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 सितंबर 2015.
  2. हिन्दी - कल आज और कल. किताबघर प्रकाशन. 2006. पृ॰ 183. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 सितंबर 2015.
  3. "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 सितंबर 2015.
  4. "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 सितंबर 2015.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें