किर्कबरोन, ऊमेओ
किर्कबरोन ऊमेओ शहिर में ऊमे नदी पर स्थित एक पुल है। इसका निर्माण 1973 में शुरू हुआ और 26 सितंबर 1975 में संपन्न हुआ। यह ऊमे नदी का तीसरा पुल है। 1960 के दशक से लेकर 1970 तक यह बहिस होती रही कि क्या इस पुल को गिरजे के पास बनाया जाए याँ नहीं। इसके निर्माण दौरान एक कब्रिस्तान मिला जिसके कारण पुरातत्व विज्ञानियों द्वारा खुदवाई करवाई गई।
किर्कबरोन | |
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निर्देशांक | 63°49′15″N 20°16′0″E / 63.82083°N 20.26667°Eनिर्देशांक: 63°49′15″N 20°16′0″E / 63.82083°N 20.26667°E |
आयुध सर्वेक्षण राष्ट्रीय ग्रिड | [1] |
वहन | वाहन, पैदल और साइकल |
पार | ऊमे नदी |
स्थान | ऊमेओ |
रखरखाव | ऊमेओ नगरपालिका |
पहचान अनुक्रामक | AC 1342[1] |
लक्षण | |
सामग्री | Reinforced concrete |
कुल लम्बाई | 391 मीटर[1] |
चौड़ाई | West bridge: 11–19 m East bridge: 13–20 m[1] |
स्पैन संख्या | 11[1] |
निकास ऊँचाई | 3.8 मीटर[2] |
इतिहास | |
निर्माणकर्ता | AB Vägförbättringar[3] |
निर्माण आरम्भ | 16 जून 1972[3] |
निर्माण पूर्ण | 26 सितंबर 1975[4] |
सांख्यिकी | |
दैनिक ट्रैफिक | 13 300 वाहन and 1 900 साइकलs[5] |
इतिहास
संपादित करेंपृष्ठभूमि
संपादित करें1930के दशक में यह बात साफ़ हो गई थी कि ऊमेओ का एकलोता पुल गमला बरोन बड़ रही आवाजाई का सामना नहीं कर पायेगा। वैस्टरबाटन में काउंटी बोर्ड ने वास्तुकार ओ.एच.गराहनेन के आदेश दिए कि एक नए पुल बनाने की योजना बनाई जाए। गराहनेन ने 16 जुलाई 1936 के भिन-भिन योजनायों का प्रस्ताव रखा। उनमें से एक योजना ऊमेओ शहिर के गिरजे के पास ओसत्रा किरकोगातां तक एक पुल बनाने की थी। इसमें एक मुख्य समस्या यह थी कि इस पुल के कुछ हिस्से हिलने वाले होने चाहिए थे तांकि इसके निचे से जहाज गुजर सके। ऐसी योजना बहुत ही महिंगी मानी गई थी।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ इ ई Ritning 3310-07.
- ↑ "Båtar och hamnar". Stadsledningskontoret, Umeå kommun. 6 जुलाई 2012. मूल से 12 जनवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 जनवरी 2014.
- ↑ अ आ Kommunkansliet 1975, पृष्ठ 19
- ↑ Sjöström 1989, पृष्ठ 93
- ↑ "Underlag för trafikplaneringen i Umeå centrum" (PDF). Umeå kommun. 7 अक्टूबर 2005. मूल (PDF) से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 जनवरी 2014.