किलिमानूर महल राजा रवि वर्मा, प्रख्यात भारतीय चित्रकार के जन्मस्थान के रूप में प्रसिद्ध है।

किलिमानूर महल अथवा वृत्त-खण्ड का प्रवेशद्वार

भवन परिसर छह हेक्टेयर से अधिक भूमि को घेरता है और इसमें केरल की परम्परागत आवासीय निर्माण जैसे नलुकेट्टू, छोटे और मध्यम आकार के भवन, दो तालाब, कुएँ और पवित्र उपवन (कावु) शामिल हैं। ऐसा कहा जाता है कि राजा रवि वर्मा ने अपने चित्रों की आय से इमारतों में से कुछ का निर्माण और अनुरक्षित रखने का कार्य किया। त्रावणकोर शाही घराने से सम्बंधित कुछ परिवार के यहां रह रहे हैं।

किलिमानूर पर शाही घराने का इतिहास 300 वर्षों से भी अधिक पुराना है, यद्यपि सबसे पुराना भवन बहुत पहले का है। तथापि महल का वर्तमान रूप में निर्माण १७५३ में किया गया।

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