किशनगंगा नदी

भारत में नदी

किशनगंगा नदी (Kishanganga River) भारत के जम्मू और कश्मीर प्रदेश में बहने वाली एक नदी है। यह कृशनसर में उत्पन्न होती है और झेलम नदी की एक उपनदी है, जो स्वयं सिन्धु नदी की उपनदी है। इसके प्रवाह मार्ग का कुछ भाग पाक-अधिकृत कश्मीर में है, जहाँ भारत अपनी सम्प्रभुता का दावा करता है। पाकिस्तान अपने कब्ज़े बाले क्षेत्र में इसका नाम "किशनगंगा" से बदलकर नीलम नदी (Neelum River) रखता है।[1][2][3]

किशनगंगा नदी
Kishanganga River
کشنگنگہ ندی
नीलम नदी

नदी दोसूट से गुज़रती है
किशनगंगा नदी is located in पृथ्वी
किशनगंगा नदी
स्थान
देश  भारत
 पाकिस्तान (भारत द्वारा विवादित)
राज्य जम्मू और कश्मीर
भौतिक लक्षण
नदीशीर्षकृशनसर
 • स्थानसोनमर्ग के पास कृशनसर झील
 • निर्देशांक34°23′23″N 75°07′19″E / 34.389629°N 75.121806°E / 34.389629; 75.121806निर्देशांक: 34°23′23″N 75°07′19″E / 34.389629°N 75.121806°E / 34.389629; 75.121806
 • ऊँचाई3,710 मी॰ (12,170 फीट)
नदीमुख झेलम नदी
 • स्थान
मुज़फ़्फ़राबाद, पाक-अधिकृत कश्मीर
 • निर्देशांक
34°21′18″N 73°28′07″E / 34.354869°N 73.468537°E / 34.354869; 73.468537
 • ऊँचाई
750 मी॰ (2,460 फीट)
लम्बाई 245 कि॰मी॰ (152 मील)
प्रवाह 
 • स्थानमुज़फ़्फ़राबाद
 • औसत465 m3/s (16,400 घन फुट/सेकंड)
जलसम्भर लक्षण
जलक्रम झेलम नदी
नदी तंत्र सिन्धु नदी

मार्ग संपादित करें

किशनगंगा नदी जम्मू और कश्मीर प्रदेश के सोनमर्ग शहर के पास स्थित कृशनसर झील (कृष्णसर झील) से शुरू होती है और उत्तर को चलती है जहाँ बदोआब गाँव के पास द्रास से आने वाली एक उपनदी इसमें मिल जाती है। फिर यह कुछ दूर तक नियंत्रण रेखा के साथ-साथ चलकर गुरेज़ के पास पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में दाख़िल हो जाती है। वहाँ से पश्चिम की तरफ़ बहकर यह मुज़फ़्फ़राबाद के उत्तर में झेलम नदी में जा मिलती है। इसके कुल २४५ किमी के मार्ग में से ५० किमी भारतीय नियंत्रण वाले इलाक़े में आता है और शेष १९५ किमी पाक-अधिकृत कश्मीर में।[4]

किशनगंगा घाटी संपादित करें

किशनगंगा घाटी, जिसे पाकिस्तान नीलम वादी कहता है, एक २५० किमी लम्बी हरी-भरी हिमालय की गोद में स्थित तंग घाटी है। यह मुज़्ज़फ़राबाद​ से होकर अठमुक़ाम तक जाती है। यहाँ हिन्दूबौद्ध धर्मों का ऐतिहासिक शिक्षा संस्थान, शारदा पीठ, स्थित है। यह पूर्व क्षेत्र सरस्वती देवी से सम्बंधित माना जाता था और इसे पुराने ज़माने में 'शारदादेश' भी कहा जाता था। पाकिस्तान के कब्ज़े वाले क्षेत्र में नीलम वादी में प्रवेश करने के दो रास्ते हैं। एक तो मुज़्ज़फ़राबाद​ से आता है और दूसरा ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के मानसेहरा ज़िले के काग़ान​ शहर से।[4][5]

इन्हें भी देखें संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Restoration of Panchayats in Jammu and Kashmir," Joya Roy (Editor), Institute of Social Sciences, New Delhi, India, 1999
  2. "Land Reforms in India: Computerisation of Land Records," Wajahat Habibullah and Manoj Ahuja (Editors), SAGE Publications, India, 2005, ISBN 9788132103493
  3. Tourism, Jammu and Kashmir. "Kokernag". J & K Tourism. मूल से 19 February 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 February 2014.
  4. Pakistan and the Karakoram Highway Archived 2013-09-22 at the वेबैक मशीन, Sarina Singh, Lindsay Brown, Paul Clammer, Rodney Cocks, John Mock, pp. 185, Lonely Planet, 2008, ISBN 978-1-74104-542-0, ... Running through the Lesser Himalaya, the 200km Neelam River valley (called the Kishanganga before Partition) is AJ&K's main attraction ... Sharda: This opening in the valley, 30km beyond Dowarian, is said to be Neelam Valley's most beautiful spot ...
  5. A Travel Companion to the Northern Areas of Pakistan, Tahir Jahangir, Oxford University Press, 2004, ISBN 978-0-19-579969-9, ... The road runs along the river originally called the Kishanganga and now the Neelam ... Beyond Kiran are the ancient universities of Sharda and Narda ...