किशन महिपाल (1 जनवरी 1979) उत्तराखंड की दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्र से एक लोकगायक। उत्तराखण्ड के पारंपरिक स्थानीय लोकगीतों को अपनी आवाज की मधुरता देखकर आज उत्तराखंड-सिनेमा के गायकों में अपनी एक अलग पहचान बनाई।[1] गायक, गीतकार, निर्देशक, प्रतिभाशाली कलाकार किशन महिपाल... युवाओं की पहली पंसद, पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखण्डी संगीत की ऊँचाइयों पर उभरकर आया है।

किशन महिपाल
जन्म 01 जनवरी 1979
इन्द्रधारा गांव बद्रीनाथ, उत्तराखंड
पेशा गायक, गीतकार, निर्देशक, कैमरामेन,
कार्यकाल 2005 से वर्तमान
वेबसाइट
www.kishanmahipal.com

बैकग्राउंड (पृष्ठभूमि)

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किशन महिपाल का जन्म इन्द्रधारा गांव (बद्रीनाथ, उत्तराखंड) के एक भोटिया परिवार में हुआ है। उनके बचपन का नाम रमेश है। उनकी माँ श्रीमती जेट्ठी देवी एक गृहणी हैं और पिता स्व. श्री नारायण सिंह एक किसान थे। अपनी उच्च स्तरीय पढाई पूरी करने के बाद किशन ने एमकॉम एकाउंट्स से व एमए अर्थशास्त्र से पीजी कॉलेज गोपेश्वर चमोली से संपन्न की। वर्ष २००३ में वह पीजी कॉलेज (जे सी) के स्टूडेन्ट लीडर भी रहे। किशन की बचपन से ही संगीत की और दिलचस्पी थी इसीलिए वो एनुअल फुन्कसेन व सांस्कृतिक प्रोग्राम्स में अपनी प्रस्तुतियां देते थे।[2][3]

  1. ओ.. रे.. सांगली,
  2. हो.. जिया,
  3. ऐ...जाणु ... रै,
  4. सुरिमा,
  5. सेमन्या बौजी
  6. जय नंदा नंदुला,
  7. घूघती २,
  1. "गढ़वाली गायक किशन महिपाल के गीतों पर जमकर थिरके लोग". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 2021-11-21.
  2. "Kishan Mahipal - Uttarakhandi Singer, Director, Actor, Musician | किशन महिपाल - उत्तराखंडी गायक, निदेशक". umjb.in (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-12-13.[मृत कड़ियाँ]
  3. "लोक गायक किशन महिपाल और हेमा करासी ने बांधा समा, जमकर झूमे लोग". m.jagran.com. अभिगमन तिथि 2022-07-22.