कीरवाणि, कर्नाटक संगीत का एक राग है। कर्नाटक संगीत के ७२ मेलकर्ता रागपद्धति में यह २१वाँ राग है। किन्तु मुतुस्वामी दिक्षितर संगीत सम्प्रदाय 'किरणावली' को २१वाँ मेलकर्ता राग मानता है।

कीरवाणि राग, पाश्चात्य संगीत में भी लोकप्रिय है। पश्चिमी संगीत का 'हार्मोनिक माइनर' इसका समतुल्य है। माना जाता है कि कीरवाणि राग कर्नाटक संगीत से हिन्दुस्तानी संगीत में आया है।