कील बम एक विस्फोटक डिवाइस है जिसमें लोगों को घायल करने की क्षमता बढ़ाने के लिए कीलों का प्रयोग किया जाता है। कीलें छर्रे के रूप में कार्य करती हैं, जिससे छोटे क्षेत्र में अधिक से अधिक नुकसान पहुँचाया जाता है। ऐसे हथियारों में तेज़ व नुकीली चीज़ों जैसे: इस्पात गेंदों (स्टील बॉल), कील , टूटे छुरे, डार्ट्स और धातु के टुकड़े आदि का प्रयोग भी किया जाता है।

कील बम अक्सर आतंकवादियों द्वारा, विशेष रूप से आत्मघाती हमलावर द्वारा, इस्तेमाल किये जाते हैं क्योंकि वे बड़ी संख्या में लोगों को मारने के लिए भीड़ भरे स्थानों में विस्फोट करते हैं। कील बम का विद्युतचुम्बकीय (इलेक्ट्रोमेग्नेटिक) सेंसर और मानक धातु संसूचक (स्टैंडर्ड मेटल डिटेक्टर) के माध्यम से पता लगाया जा सकता है।[1]

  1. ""Syrian security forces resort to nail bombs"". मूल से 18 अप्रैल 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4-04-2016. |accessdate= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)