की गोम्पा

स्पीति, हिमाचल प्रदेश, भारत में एक तिब्बती बौद्ध मठ

की गोम्पा (की मठ, की मोनेस्ट्री अंग्रेजी:KYE[1]) हिमाचल प्रदेश की लाहौल स्पीति जिले में काजा से 13 किलोमीटर की दूरी पर है।[1] इस मठ की स्‍थापना 13वीं शताब्‍दी में हुई थी। यह स्‍पीती क्षेत्र का सबसे बड़ा मठ है। यह मठ दूर से लेह में स्थित थिकसे मठ जैसा लगता है। यह मठ समुद्र तल से 13504 फीट की ऊंचाई पर एक शंक्‍वाकार चट्टान पर निर्मित है। स्‍थानीय लोगों का मानना है कि इसे रिंगछेन संगपो ने बनवाया था। यह मठ महायान बौद्ध के जेलूपा संप्रदाय से संबंधित है। इस मठ पर 19वीं शताब्‍दी में सिखों तथा डोगरा राजाओं ने आक्रमण भी किया था। इसके अलावा यह 1975 ई. में आए भूकम्‍प में भी सुरक्षित रहा। इस मठ में कुछ प्राचीन हस्‍तलिपियों तथा थंगकस का संग्रह है। इसके अलावा यहां कुछ हथियार भी रखे हुए हैं। यहां प्रत्‍येक वर्ष जून-जुलाई महीने में 'चाम उत्‍सव' मनाया जाता है।

की गोम्पा
की गोम्पा, स्पीति घाटी, हिमाचल प्रदेश
Key Monastery
Key Gompa
की गोम्पा is located in हिमाचल प्रदेश
की गोम्पा
की गोम्पा
Location within India
निर्देशांक32°17′51.84″N 78°00′43.17″E / 32.2977333°N 78.0119917°E / 32.2977333; 78.0119917
मठ सूचना
स्थानSpiti Valley, Himachel Pradesh, Lahaul and Spiti district, India
संस्थापकDromtön
स्थापना11th century
मरम्म्त तिथि1840s after a fire. 1980s after 1975 Kinnaur earthquake
प्रकारतिब्बती बौद्ध
सम्प्रदायGelug

सन् २००० के कालचक्र अभिषेक का आयोजन इस मठ में किया गया था जिसमें स्वयं दलाई लामा द्वारा पूजा अर्चना की गई।[1]

यहां तक पहुंचने के लिए प्राइवेट गाड़ी या बाइक से जाना पड़ेगा क्योंकि यहां तक जाने के लिए फिलहाल कोई बस सुविधा उपलब्ध नहीं है।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 19 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 अगस्त 2014.