रामपाल के पश्च्यात उसका पुत्र कुमारपाल शाषक बना. उसके समय में कामरूप मी विद्रोह हुवा. किंतु उसके मंत्री विद्यादेव ने उसे दाबा दिया. वैद्य देव ने स्वयं. कामरूप में लगभग स्वत्रंत्र राज्य स्थापित कर लिया.

कुमारपाल के उत्तराधिकारी श्रशक्त थे. अंततः वे वंश के पतन रोकने में सफल न हुए.