कुमार विजय शुक्ल
इस लेख को विकिपीडिया की पृष्ठ हटाने की नीति के अंतर्गत हटाने हेतु चर्चा के लिये नामांकित किया गया है। इस नामांकन पर चर्चा विकिपीडिया:पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा/लेख/कुमार विजय शुक्ल पर चल रही है। नामांकन के पश्चात भी इस लेख को सुधारा जा सकता है, परंतु चर्चा सम्पूर्ण होने से पहले इस साँचे को लेख से नहीं हटाया जाना चाहिये। नामांकनकर्ता ने नामांकन के लिये निम्न कारण दिया है: कोई उल्लेखित व्यक्ति नहीं, नेता विजय कुमार शुक्ला [1] जरूर उल्लेखित है , लेकीन साहित्यकार कुमार विजय शुक्ल नहीं।
नामांकन प्रक्रिया (नामांकनकर्ता हेतु):
|
जीवन परिचय:
जन्म: कुमार विजय शुक्ल का जन्म 1966 में हुआ था। शिक्षा: उन्होंने हिंदी साहित्य में उच्च शिक्षा प्राप्त की और साहित्य के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई। साहित्यिक योगदान: कविता संग्रह: उनका प्रमुख कविता संग्रह "टोकरी में दिगंत: थेरी गाथा 2014" है, जिसके लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। शैली: उनकी कविताओं की शैली सरल, संवेदनशील और प्रभावशाली है। उनकी रचनाओं में ग्रामीण जीवन और प्रकृति के प्रति गहरी समझ और प्रेम झलकता है। थीम्स: उनकी कविताओं में मानवीय अनुभव, भावनाएँ, और समाज की वास्तविकताएँ प्रमुखता से उभरती हैं। पुरस्कार और सम्मान: साहित्य अकादमी पुरस्कार: 2020 में "टोकरी में दिगंत: थेरी गाथा 2014" के लिए। अन्य सम्मान: उन्हें हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए कई अन्य पुरस्कार और सम्मान भी प्राप्त हुए हैं। कुमार विजय शुक्ल की कविताएँ न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि वे पाठकों को गहरे मानवीय अनुभवों और भावनाओं से जोड़ती हैं। उनकी रचनाएँ हिंदी कविता के समृद्ध भंडार में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं।