कुली मुल्क राज आनंद का एक उपन्यास है। यह पहली बार 1936 में प्रकाशित हुआ था। [1] उपन्यास के कारण आनंद भारत के प्रमुख अंग्रेजी लेखकों में से एक बन गये। [2] पुस्तक भारत में ब्रिटिश शासन और भारत की जाति व्यवस्था की अत्यधिक आलोचनात्मक है। [3] कथानक एक 14 वर्षीय लड़के, मुनू के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसकी दुर्दशा और शोषण का कारण सामाजिक और राजनीतिक संरचना है। सहायता प्राप्त गरीबी और के कारण उसकी । यहां आनंद पारंपरिक जीवन शैली को तोड़ने की कोशिश करता हैं। [4]

कुली  
लेखक मुल्कराज आनंद
देश भारत
भाषा अंग्रेजी
प्रकाशन तिथि 1936

संदर्भ संपादित करें

  1. "Mulk imes of India". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया. मूल से 24 October 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 August 2009.
  2. "Mulk Raj Anand, 98; Wrote About India's Injustices". Los Angeles Times. 1 October 2004. अभिगमन तिथि 31 August 2009.[मृत कड़ियाँ]
  3. "Indian author Mulk Raj Anand dies". बीबीसी. 28 September 2004. अभिगमन तिथि 31 August 2009.
  4. Bhatnagar, Manmohan Krishna; Mittapalli Rajeshwar (2000). The novels of Mulk Raj Anand: a critical study. Atlantic Publishers. पृ॰ 69. OCLC 237560616. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7156-934-2.